Book Title: Agamik Gaccha Prachin Trustutik Gaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Z_Aspect_of_Jainology_Part_3_Pundit_Dalsukh_Malvaniya_012017.pdf

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Page 33
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org ११९. '१२०. १२१. १२३. १२४. १२२. १५२५ १२५. १२६. १५२४ १२७. १५२४ १५२५ १५२५ १५२५ १५२७ १५२७ १५२७ कात्तिक वदि १३ अमररत्नसूरि शनिवार वैशाख सुदि २ गुरुवार पौष वदि ५ सोमवार माघ सुदि १३ बुधवार माघ सुदि १३ बुधवार सुमतिनाथ की पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख वैशाख यदि ६ शुक्रवार वैशाख वदि १० देवरत्नसूरि अमररत्न सूरि संभवनाथ की चौबीसी प्रतिमा का लेख देवरत्नसूरि देवरत्नसूरि जयचन्द्रसूरि के पट्ट देवरत्नसूरि अमररत्नसूरि पार्श्वनाथ की धातु प्रतिमा का लेख सुविधिनाथ की प्रतिमा का लेख अभिनन्दनस्वामी की चौबीसी का लेख जैन मंदिर, गांभू आनन्दप्रभसूरि धर्मनाथ की धातु प्रतिमा का लेख चिन्तामणि पार्श्वनाथ जिनालय, किशनगढ़ जैन देरासर, लींबडी अमररत्नसूरि परिर्श्वनाथ की धातु की प्रतिमा का लेख पार्श्वनाथ जिनालय, माणेकचौक, खंभात घर देरासर, गामदेवी, वाचागांधी रोड, मुम्बई पद्मप्रभ की प्रतिमा सुमतिनाथ मुख्यबावन का लेख जिनालय, मातर बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग - १, लेखांक ७४ विनयसागर, पूर्वोक्त, लेखांक ६३९ कुन्थुनाथ की आदिनाथ जिनालय, विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त, की धातु पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख जामनगर लेखांक ४०३ सुविधिनाथ देरासर, घोघा विजयधर्मसूरि पूर्वोक्त, लेखांक ३८८ बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-२, लेखांक ९३७ नाहर, पूर्वोक्त, भाग - २, लेखांक १८०० नवखंडा पार्श्वनाथ वहीं, लेखांक ४०९ देरासर, घोघा बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-२ लेखांक ४९८ विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त, लेखांक ४०५ आगमिक गच्छ / प्राचीन त्रिस्तुतिक गच्छ का संक्षिप्त इतिहास २७३

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