Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 03
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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________________ पृष्ठं पंक्तिः अशुद्धं 748 18 -सुनाण सुअनाण 757 21 जवनाओ उजवज्जाओ 762 3 ०संजयए संजए 771 8 33 32 775 13 उववज्झायारणं उवज्झायाणं 777 3 वाणया वायणा 778 19 अष्टमाघुद्दे शकाः अष्टमायुदेशकाः 784 8 कम कम्म 787 21 विरवसेगा निरवसेसा 788 23 निरवेसेसं निरवसेसं 804 21 कह 805 7 किइविहा कइविहा 806 2 पण्णत्तो पण्णत्ताओ . 806 21 कठ्या काइया 807 15 सत्तसं सत्तम 808 18/12/20123 : उववज्जेज्जा 812 3 केणठेणं . से केणठेणं 812 22 पज्जतगस्स पज्जत्तगस्स 815 1 वज्जित्ताए वज्जित्तए . पृष्ठं पक्तिः अशुद्धं शुद्धं 817 11 भत्थेगाभा अत्थेगइया 818 1 एगिहिया एगिंदिया 820 7 चउथं चउत्थं 521 4 पचविशत्तमं पञ्चत्रिंशत्तमं 821 11 केण?णं केणढणं 822 2 अवहारसयमा अवहारसमया 24 14 अणत वा अर्णता वा 25 . असंखेज्जा व असंखेज्जा वा 826 5 -भवसद्धियएहिवि भवसिद्धिय-... एगिदियएहिवि 28 15 पञ्चविंशतितमं पचत्रिंशत्तमं 841 14 तुज्भे . तुम्मे सर्वत्र-एकादशम एकादश द्वादशम द्वादश त्रयोदशम त्रयोदश चतुर्दशम चतुदश पञ्चदशम पञ्चदश सप्तदशम सप्तदश अष्टादशम अष्टादश ..
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