Book Title: Agam 43 Mool 04 Uttaradhyayana Sutra ka Shailivaigyanik Adhyayana
Author(s): Amitpragyashreeji
Publisher: Jain Vishva Bharati

Previous | Next

Page 269
________________ 252 संस्करण प्रकाशक Jain Education International 2010_03 लेखक, सम्पादक, अनुवादक करुणापति त्रिपाठी डॉ. गणपतिचन्द्र गुप्त डॉ. भोलानाथ तिवारी डॉ. नगेन्द्र डॉ. रविन्द्रनाथ श्रीवास्तव १९६० १९७१ १९७७ १९७९ १९७२ साहित्यग्रंथ कार्यालय, बनारस नेशनल पब्लिशिंग हाऊस, दिल्ली शब्दकार, दिल्ली नेशनल पब्लिशिंग हाऊस, दिल्ली केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा For Private & Personal Use Only क्रम ग्रंथ १०९. शैली ११०. शैली के सिद्धान्त १११. शैलीविज्ञान ११२. शैलीविज्ञान ११३. शैलीविज्ञान और आलोचना की नई भूमिका ११४. शैलीविज्ञान का स्वरूप ११५. शैली वैज्ञानिक आलोचना के प्रतिदर्श ११६. श्रमण (मासिक पत्र) ११७. श्रमण-सूत्र ११८. श्रीप्रमाणनयतत्त्वालोक डॉ. गुप्तेश्वरनाथ उपाध्याय डॉ. कृष्णकुमार शर्मा १९७६ १९७५ विश्वविद्यालय प्रकाशन, वाराणसी संघी प्रकाशन, जयपुर उत्तराध्ययन का शैली-वैज्ञानिक अध्ययन सं. कृष्णचन्द्राचार्य उपाध्याय अमरमुनि सं. श्रीहिमांशुविजय द्वि.सं. १९६६ वि.सं. १९८९ पार्श्वनाथ विद्याश्रम, वाराणसी ५ सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा श्रीविजयधर्मसूरि ग्रन्थमाला उज्जैन (मालवा) गीता प्रेस, गोरखपुर गीता प्रेस, गोरखपुर सं. २०३३ www.jainelibrary.org ११९. श्रीमद्भगवद्गीता १२०. श्रीमद् भागवत (पुराण) श्री सूतजी

Loading...

Page Navigation
1 ... 267 268 269 270 271 272 273 274