Book Title: Agam 36 Vavahara Chheysutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 30
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उसो १० कम्पइ पंच दत्तीओ मोयणस्स पडिगाहेत्तए पंच प्राणस्स छट्टीए से कप्पइ छ दत्तीओ मोयणस्स पडिगात्तए छ पाणस्स सत्तमीए से कप्पइ सत्त दत्तीओ मोयणस्स पडिगात्तए सत्त पाणस्स अट्टमीए से कप्पर अट्टदत्तीओ मोयणस्स पडीगाहेत्तए नव पाणस्स दसमीए से कप्पइ दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए दस पाणस्स एगारसमीए से कप्पइ एगारस दत्तीओ मोयणस्स पडिगाहेत्तए बारस पाणस्स तेरसमीए से कप्पइ तेरस दत्तीओ मोयणस्स पडिगाहेत्तए तेरस पाणस्स चोदसमीए से कप्पइ चोद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए चोट्स पाणस्स पत्ररसमीए से कम्पइ पन्नास दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए पनरस पाणस्स, बहुलपक्खस्स पाडिवए कप्पंति चोद्दस दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गाहेत्तए चोइस पाणस्स बितियाए कप्पइ तेरस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए तेरस पाणस्स ततियाए कप्पइ बारस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए बारस पाणस्स चउत्थीए कप्पइ एक्कारस दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गाहेत्तए एक्कारस पाणस्स पंचमीए कप्पइ दस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गात्तए दस पाणस्स छट्टीए कप्पड़ नव दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए नव पाणस्स सत्तमीए कप्पइ अड्ड दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए अड्ड पाणस्स अट्ठमीए कप्पइ सत्त दत्तीओ मोयणस्स पडिप्पाहेत्तए सत्त पाणस्स नवमीए कप्पइ छ दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गाहेत्तए छ पाणस्स दसमीए कप्पइ पंच दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गाहेत्तए पंच पाणस्स एक्कारसीए कप्पइ चच दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गाहेत्तए चउ पाणस्स बारसीए कप्पइ तिष्णि दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गात्तए तिणि पाणस्स तेरसीए कप्पइ दोण्णि दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गाहेत्तए दोण्णि पाणस्स चउदसीए कप्पइ एगा दत्ती भोयणस्स पडिग्गाहेतए एगा पाणस्स अमावासाए से य अमत्त भवइ एवं खलु एसा जवमज्झचंदपडिमा अहासुतं अहाकप्पं अहामग्गं अहातचं सम्मं काएण फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आणाए अनुपालिया भवइ 191-1 (२५०) वइरमज्झष्णं चंदपडिमं पडियन्नस्स अणगारस्स मासं निचं योसट्टकाए चत्तदेहे जे केइ उवसग्गा उप्पति तं जहा दिव्वा वा माणुसा वा तिरिक्खजोणिया वा अनुलोमा वा पडिलोमा वा-तत्थ अनुलोमा ताव वंदेजा वा नमसेज्जा वा सक्कारेखा या सम्माणेज्जा वा कल्लाणं मंगलं देवयं इयं पशुवासेना तत्थ पडिलोमा अण्णयरेणं दंडेण वा अद्वीण वा जोत्तेण वा वेत्तेण वा कसेण वा काए आउडेजा-ते सब्बे उप्पन्ने सम्मं सहेजा खमेज्जा तितिक्खेज्जा अहियासेज्जा थइरमन्झणं चंद हिमं पवित्रस्स अणगारस्स बहुलपक्खस्स पाडियए कप्पइ पन्नरस दत्तीओ मोयणस्स पडिगाहेत्तए पन्नरस पाणस्स बितियाए से कप्पइ चउद्दस दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए चउद्दस पाणस्स तइयाए कप्पर तेरस दत्तीओ मोयणस्स पडिग्गात्तए तेरस पाणस्स एवं एगुत्तरियाए हाणीए जाव पत्ररसीए एगा दत्ती भोयणस्स पडिग्गाहेत्तए एगा पाणस्स सुक्कपक्खस्स पाडिवए से कम्पइ दो दत्तीओ भोयणस्स पडिगाहेत्तए दो पाणस्स बितियाए तिण्णि दत्तीओ भोयणस्स डिग्गात्तए तिष्णि पाणस्स एवं एगुत्तरियाए बड्ढीए जाव चोदसीए पनरस दत्तीओ भोयणस्स पडिग्गात्तए पन्नास पाणस्स पुत्रिमाए अमत्त मदइ एवं खलु एसा यइरमज्झ चंदपडिमा अहासुत्तं अहाकप्पं अहामगां अहातचं सम्मं काएण फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आणाए अनुपालिया भवइ 12-2 (२५१) पंचविहे ववहारे पन्नत्ते तं जहा- आगमे सुए आणा धारणा, जीए जहा से तत्व आगमे सिया आगमेणं ववहारं पट्टवेज्जा नो से तत्य आगमे सिया जहा से तत्य सुए सिया सुएजं For Private And Personal Use Only २५

Loading...

Page Navigation
1 ... 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38