Book Title: Agam 31 Prakirnaka 08 Ganivijja Sutra Shwetambar Author(s): Purnachandrasagar Publisher: Jainanand Prakashan View full book textPage 5
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आलेखन कार्ये किंचित् संस्मरणाणि * आलेखन कार्ये आशीवृष्टिकारका : पू. गच्छा. आ. श्री सूर्योदयसागर सूरीश्वरजी म.सा. पू. आ. श्री. नरेन्द्रसागर सूरीश्वरजी म.सा. पू. आ. श्री अशोकसागर सूरिजी म.सा. पू. आ. श्री जिनचन्द्रसागर सूरिजी म.सा. पू. आ. श्री हेमचन्द्रसागर सूरिजी म.सा. * आलेखन कार्ये केचित् मार्गदर्शका : पू. आ. श्री दोलतसागर सूरिजी म.सा. पू. ५. श्री हर्षसागरजी म.सा. पू. गणीश्री सागरचन्द्रसागरजी म.सा. पू. गणी श्री नयचन्द्रसागरजी म.सा. पू. गणी श्री अक्षयचन्द्रसागरजी म.सा. पू. मुनि श्री लब्धिचन्द्रसागरजी म.सा. माहिती दर्शक पत्र - आलेखन कार्ये सहयोग प्रदाता : मुनिश्री आगमचन्द्रसागरजी म.सा. श्राद्धगुण संपन्न श्री नरेन्द्रभाई मुक्तिलाल महेता (सूईगाभवाला) - प्रथम संस्करण - सं. २०६१, का.सु.५. - कृति - २५० कोऽधिकारी...?- श्रूत भाण्डागारं श्रमण प्रधान चतुर्विध संघाश्च - संग्राहकालय - जैनानंद पुस्तकालय, गोपीपुरा, सुरत। - व्यवस्थापका: श्री उमाकांतभाई झवेरी- श्री नरेशभाई मद्रासी-श्री श्रेयस के. मर्चन्ट | -आवास : निशा-११ले माले ,गोपीपुरा, काजी- भेदान, तीनबत्ती, सुरत. दूरभाष - २५९८३२६(०२६१) - मुद्रण कार्यवाहक श्री सुरेश डी. शाह (हेमा)-सुरतो | संपादक श्री ॥ For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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