Book Title: Agam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 656
________________ 卐555555555555555555555555555555555555555555555555 4 prosperous than suns. Stars are least prosperous and moons are most i prospersous. ॐ एक तारे से दूसरे तारे का अन्तर DISTANCE OF ONE STAR FROMANOTHER २०३. [प्र. ] जम्बुद्दीवे णं भन्ते ! दीवे ताराए अ ताराए अ केवइए अबाहाए अंतरे पण्णत्ते ? [उ. ] गोयमा ! दुविहे-वाघाइए अ निव्वाधाइए अ। निव्याघाइए जहण्णेणं पंचधणुसयाई उक्कोसेणं दो गाऊआई। वाघाइए जहण्णेणं दोण्णि छावडे +जोअणलए, उक्कोसेणं बारस जोअणसहस्साई दोण्णि अ बायाले जोअणसए तारारूवस्स २ अबाहाए ॐ अंतरे पण्णत्ते। २०३. [प्र. ] भगवन् ! जम्बूद्वीप के अन्तर्गत एक तारे से दूसरे तारे का कितना अन्तर-फासला ॐ बतलाया गया है ? + [उ. ] गौतम ! अन्तर दो प्रकार का है-(१) व्याघातिक-जहाँ बीच में पर्वत आदि के रूप में ॐ व्याघात हो। (२) निर्व्याघातिक-जहाँ बीच में कोई व्याघात न हो। - एक तारे से दूसरे तारे का निर्व्याघातिक अन्तर जघन्य ५०० धनुष तथा उत्कृष्ट २ गव्यूत है। एक ॐ तारे से दूसरे तारे का व्याघातिक अन्तर जघन्य २६६ योजन तथा उत्कृष्ट १२,२४२ योजन है। 203. [Q.] Reverend Sir ! In Jambu island, what is the distance 5 between a star and the very next star ? [Ans.] Gautam ! The intermediary distance is of two types namely(1) When there is any obstacle such as mountain and the like in between, (2) When there is no obstruction in between. The minimum distance between two stars when there is no obstruction in between is 500 Dhanush and the maximum distance is two gavyut (kosh-unit of measurement). The minimum distance between two stars when there is obstruction is 266 yojans and the maximum distance is 12,242 yojans. ज्योतिष्क देवों की अग्रमहिषियाँ HEAD GODDESSES OF STELLAR GODS म २०४. [प्र. ] चन्दस्स णं भंते ! जोइसिंदस्स जोइसरण्णो कइ अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ ? ॐ [उ. ] गोयमा ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा-चन्दप्पभा, दोसिणाभा, अच्चिमाली, ईपभंकरा। तओ णं एगमेगाए देवीए चत्तारि २ देवीसहस्साइं परिवारो पण्णत्तो। पभू णं ताओ एगमेगा देवी * अन्नं देवीसहस्सं विउवित्तए, एवामेव सपुबवरेणं सोलस देवीसहस्सा, सेत्तं तुडिए। [प्र. ] पहू णं भंते ! चंदे जोइसिंदे जोइसराया चंदवडेंसए विमाणे चन्दाए रायहाणी सभाए सुहम्माए ऊ तुडियणं सद्धिं महयाहयणट्टगीअवाइअ जाव दिब्वाइं भोगभोगाई भुंजमाणे विहरित्तए ? 卐5555555555555555555555555555555555555555555a | जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र (588) Jambudveep Prajnapti Sutra Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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