Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 320
________________ [परिशिष्ट २-शब्दानुक्रम] [३०५ १२ २०५२ २०५२ १४७० ९८ १७७ १२२९ ६३ ८० ४७ १६९४ ७७४ १९८५ १०२ १७४६ १७०२ १५४८ २३ पच्चक्खवयण पच्चक्खाण पज्जत्त पज्जत्तगणाम पज्जत्ति पज्जव पट्टगार पडाग (मत्स्यविशेष) पडाग (सर्पविशेष) पडिरूव पडीणवाय पडुच्चसच्च पणगजीव पणगमत्तिया पण्णवणी पत्तविंटिया पत्ताहार पत्तेयजीव पत्तेयबुद्धसिद्ध पत्तेयसरीरणाम पदेसणामणिहत्ताउय पप्पडमोदअ पप्पडिआ पभंजण पम्हलेस्सा पयगदेव पयत पयलाउय पयलापयला परपतिट्ठिय परपुट्ठ परभवियाउय परमकण्हा परमत्थसंथव परस्पर पराघायणाम ८९६ परित्तजीव १४२० परिमंडलसंठाणपरिणय ३५३ परियारग १७०२ परियारणा १८६५ परिव्वायग ४३८ पल्हव १०६ पवण पवालंकुर पव्वय १९२ पसत्थविहायगतिणाम ३४ पंकप्पमा ८६२ पंचकिरिए पंचाला २३ पंचिंदिय ८३२ पंचेंदियजाइणाम ५७ पंडगवण ५७ पंडुमत्तिया ४० पाओ (दो) सिया १६ पायहंस १७०२ पारस ६८४ पारिग्गहिया १२३८ पारिप्पवा ५३ पारियावणिया १८७ पास (म्लेच्छजाति विशेष) १११६ पासणता १८८ पाहुया १९४ पिपीलिया पियंगाला १६८० 'पियाल ९६० पिसुय १२२६ पीबंधुजीव ५५९ पुक्खर (द्वीप-समुद्र) १६७ पुक्खरसारिया ११० पुच्छणी ७४ पुढवि (द्वीप-समुद्र) १७०२ . पुण्ण १६०८ १६२१ ८८ १५६७ ९८ १९४५ 33 १२३० १००३ १०७ ८८६ १००३ १८७

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