Book Title: Agam 10 Panhavagran Dasam Angsuttam Mulam PDF File
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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विपुलबल-परिग्गहा य बहवे रायाणो परधणम्मि गिद्धा चउरंग- समत्त बलमग्गा निच्छियवरजोह-जुद्धसद्धिय-अहमहमिति दप्पिएहिं सेन्नेहिं संपरिवुडा पउम-सगड - बलसमग्गा निच्चिय-वरजोहजुद्धसद्धिय-अहमहमिति दप्पिएहिं सेन्नेहिं संपरिवुडा पउम-सगड सूइ-चक्क-सागर-गरुलवूहाइएहिं अणिएहिं उत्थरंता अभिभूय हरंति परधणाई अवरे रणसीसलद्धलक्खा संगामम्मि अतिवयंति सण्णद्धबद्धपरियर- उप्पीसुयक्खंधो-१, अज्झयणं-३
लिय-चिंघपट्ट-गहियाउहपहरणा माढि - गुड- वम्मगुडिया आविद्धजालिका कवयकं- कडइया उरसिरमुहबद्धकंठतोण-माइयवरफलगरचित्त-पहकर-सरभस-खरचावकर-करंछिय-सुनिसित सरवरिस-चडकरक-मुयंतघणचंडवेग-धारानिवायमग्गे अणेगधणुमंडलग्ग - संधित- उच्छलियसत्ति-कणग- वामकरगहिय-खेडगनिम्मलनिक्किट्ठखग्ग-पहरंतकोंत-तोमर चक्क गया- परसु - मुसल लंगल-सूल-लउल-भिंडिमाल-सब्बल- पट्टिस- चम्मेदृ-दुधणमोट्ठिय-मोग्गर-वरफलिह-जंतपत्थर-दुहण-तोण-कुवेणी-पीढकलिए ।
ईली-पहरण-मिलिमिलिमिलंत - खिप्पंत-विज्जुज्जलविरचितसमप्प- हणतले फुडपहरणे महारण-संख-भेरि-वरतूर-पउरपडु-पडहाहय-निणाय-गंभीरनंदित-पक्कुभिय-विपुलघोसे हय-गय-रह-जोह-तुरियपसरित-रउद्धत-तमंधकारबहुले कातरनर- नयणहियय- वाउलकरे विलुलिय- उक्कडवर उड-तिरीड-कुंडलोडुदामाडोविय-पागडपडाग-उसियज्झय-वेजयंति चामरचलंत - छत्तंधकारगंभीरे हयहेसिय-हत्थिगुलुगुलाइय-रहघणघणाइय-पाइक्कहरहराइय- अप्फोडिय-सीहनाय छेलिय-विधुडुक्कुट्ठ-कंठकयसद्द - भीमगज्जिए सयराहहसंत-रूसंतकलकलरवे आसूणियवयण-रूद्द-भीम-दसणाधरोट्ठ- गाढदट्ठ- सप्पहारणुज्जयकरे अमरिसवस-तिव्वरत्तनिद्दारितच्छे वेरदिट्ठि-कुद्धचेट्ठिय-तिवलीकुडिलभिउडि- कयनिलाडे वधपरिणय-नरसहस्स - विक्कम वियंभिय-बले वग्गंततुरंग-रहपहाविय समरभडा-वडिय-छेय-लाघव-पहारसाधित-समूसवियवाहुजुयल - मुक्कट्ट-गास-पुक्कंतबोल-बहुले ।
फुरफलगा-वरणगहिय-गयवरपत्थैत-दरिय-भड-खल-परोप्ररवलग्ग - जुद्ध-गव्विय-विउसित-वरासिरोसतुरियअभिमुहपहरेंत - छिन्नकरिकर-वियंगित करे अवइद्ध निसद्धभिन्न- फालिय-पगलिय-रुहिरकय-भूमिकद्दम-चिलिच्चिल-पहे कुच्छि दालिय-गलंत-निभेलितंत-फुरुफुरंत-विगल-मम्माहय-विकय-गाढदिन्न पहारमुच्छित-रुलंत-विब्भल-विलावकलुणे हयजोह-भमंततुरग-उद्दाममत्तकुंजर - परिसंकितजण-निवुक्कच्छिन्नधयभग्गरहवर-नट्ठसिर-करि-कलेवराकिण्ण-पडिय-पहरणविकिण्णाभरणभूमिभागे नच्चंतकबंधपउर-भयंकरवाय-सपरिलेंतगिद्धमंडल-भमंतच्छायंधकारगंभीरे वसु-वसुह-विकंपितव्व पच्चक्ख-पिठवणं परमरुद्द-बीहणगं दुप्पवेसतरगं अभिवडंति संगामसंकडं परधणं महंता अरे पाइक्क चोरसंघा सेणावई चोरवंदपागढिका य अडवीदेसदुग्गवासी कालहरित -रत्त-पीत- सुक्किल-अणेगसयचिंधपट्ट-बद्धा परविसए अभिहणंति लुद्धा धणस्स कज्जे रयणागर-सागरं उम्मीसहस्स- मालाकुलाकुलविओयपोतकलकरेंतकलियं पायालसहस्स-वायवसवेगसलिलउद्धम्ममाण-दगरय-रयंधकारं वरफेणपउरधवल-पुंलपुलसमुट्ठियट्टहासं मारुयविच्छुब्भमाणपाणिय-जलमालुप्पील-हुलियं अवि य समंताओ खुभिय-लुलिय- खोखुब्भमाण-पक्खलिय-चलियविपुलजलचक्कवाल-महानईवेगतुरिय-आपूरमाण-गंभीरविपुलआवत्तचवल-भममाणगुप्पमाणुच्छलंत-पच्चोणियत्त-पाणिय-पधावियखर
फरुसपयंड-वाउलियसलिलफुट्टंतवीचिकल्लोल-संकुलं ।
महामगर-मच्छकच्छम-ओहार गाह - तिमि - सुंसुमार - सावय-समाहय-समुद्धायमाणक-पूरघोरपउरं कायरजण-हिययकंपणं घोरमारसंतं महब्भयं भयंकरं पतिभयं उत्तासणगं अणोरपारं आगासं चेव निरवलंब उप्पाइयपवण-धणियनोल्लिय उवरुवरितरंगदरिय- अतिवेगवेग चक्खुपह-मुत्थरंतं कत्थइ गंभीरविपुलग[दीपरत्नसागर संशोधितः]
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[१०-पण्हावागरणं]

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