Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Ek Parishilan
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 267
________________ भगवती सूत्र : एक परिशीलन २५३ भारतीय जैन श्रमण संस्कृति अने लेखन कला -पुण्यविजय जी म. प्रज्ञापना भारत की भाषाएं और भाषा सम्बन्धी समस्याएं आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन भाग-२ -डॉ. मुनि नगराज बुद्ध चरित फिलोसफी विगिन्स इन वंडर दर्शन का प्रयोजन -डॉ. भगवान दास वैशेषिक दर्शन सांख्य कारिका मीमांसा सूत्र ब्रह्मसूत्र छान्दोग्योपनिषद् कठोपनिषद् कर्मग्रन्थ जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन, भाग १ -डॉ. सागरमल जैन इसिभासियं दशवैकालिक पिण्डनियुक्ति अभिधान राजेन्द्र कोष उत्तराध्ययन चूर्णि स्थानाङ्ग टीका बौद्ध धर्म-दर्शन भाग-१ -भरतसिंह उपाध्याय अमिधम्मत्थ संगहो धम्मपद अट्ठकथा अंगुत्तरनिकाय योगशास्त्र, स्वोपज्ञवृत्ति व्यवहार सूत्र भगवद्गीता मैत्रायणी आरण्यक उववाई सूत्र Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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