Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Mool Sthanakvasi
Author(s): Sudharmaswami, Devardhigani Kshamashaman
Publisher: Global Jain Agam Mission
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१०७ भूयाणंदस्स णं णागकुमारिंदस्स णागकुमाररण्णो सत्त अणिया, सत्त अणिया-हिवई पण्णत्ता, तं जहा- पायत्ताणिए जाव गंधव्वाणिए |
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ठाणांग सुत्तं
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महद्दुमे पायत्ताणियाहिवई जाव किंपुरिसे रहाणियाहिवई, महारिट्ठे णट्टा- णियाहिवई, गीतजसे गंधव्वाणियाहिवई।
धरणस्स णं णागकुमारिंदस्स नागकुमाररण्णो सत्त अणिया, सत्त अणियाहिवई पण्णत्ता, तं जहा- पायत्ताणिए जाव गंधव्वाणिए ।
भद्दसेणे पायत्ताणियाहिवई जाव आणंदे रहाणियाहिवई, णंदणे णट्टाणियाहिवई, तेतली गंधव्वाणियाहिवई ।
दक्खे पायत्ताणियाहिवई जाव णंदुत्तरे रहाणियाहिवई, रती णट्टाणियाहिवई, माणसे गंधव्वाणियाहिवई ।
जहा धरणस्स तहा सव्वेसिं दाहिणिल्लाणं जाव घोसस्स ।
जहा भूयाणंदस्स तहा सव्वेसिं उत्तरिल्लाणं जाव महाघोसस्स ।
सक्कस्स णं देविंदस्स देवरण्णो सत्त अणिया, सत्त अणियाहिवई पण्णत्ता, पायत्ताणीए जाव रहाणिए, णट्टाणिए, गंधव्वाणि ।
हरिणेगमेसी पायत्ताणियाहिवई जाव माढरे रहाणियाहिवई, सेए णट्टा-णियाहिवई, तुंबुरु गंधव्वाणियाहिवई ।
ईसाणस्स णं देविंदस्स देवरण्णो सत्त अणिया, सत्त अणियाहिवई पण्णत्ता, तं जहापायत्ताणिए जाव गंधव्वाणिए ।
लहुपरक्कमे पायत्ताणियाहिवई जाव महासेए णट्टाणियाहिवई, रते गंधव्वा - णियाहिवई ।
जहा सक्क्स्स तहा सव्वेसिं दाहिणिल्लाणं जाव आरणस्स ।
जहा ईसाणस्स तहा सव्वेसिं उत्तरिल्लाणं जाव अच्चुयस्स ।
चमरस्स णं असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो दुमस्स पायत्ताणियाहिवई सत्त कच्छाओ पण्णत्ताओ, तं जहा- पढमा कच्छा जाव सत्तमा कच्छा ।
चमरस्स णं असुरिंदस्स असुरकुमाररण्णो दुमस्स पायत्ताणियाहिवइस्स पढमाए कच्छाए चउसट्ठि देवसहस्सा पण्णत्ता । जावइया पढमा कच्छा तब्बिगुणा दोच्चा कच्छा । जावइया दोच्चा कच्छा तब्बिगुणा तच्चा कच्छा । एवं जाव जावइया छट्ठा कच्छा तब्बिगुणात्म
कच्छा ।
एवं बलिस्सवि, णवरं महद्दुमे सट्ठिदेवसाहस्सिओ । सेसं तं चेव ।
धरणस्स एवं चेव, णवरं अट्ठावीसं देवसहस्सा । सेसं तं चेव ।
तं जहा
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