Book Title: Adhyatma Barakhadi
Author(s): Daulatram Kasliwal, Gyanchand Biltiwala
Publisher: Jain Vidyasansthan Rajasthan

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Page 312
________________ ३०४ अध्यात्म बारहखड़ी गलत राह अनीन - अन्यून, कम नहीं | पृ. ३६ पाथा - पानी अच्छीन अक्षीण आसेच्या . सेवा योग्य इकंग - दिगम्बर च्छति = शक्ति पृ. २५ अपात = पतन रहित पृ. ४३ असाथ • अकेला अधात ... - धातु रहित देह . . | पृ. ४४ उपधि - परिग्रह अमाम = ममता रहित अवाम - स्त्री रहित प, ४५ उनमान = अल्पता अभाम - स्त्री रहित अपसि - बंधन रहित अजूहो . अभी है पृ. ५३ दायाद - कुटुंबी अपायो __- अप्राप्त पृ. ६२ ओपासक = उपास्य प्रणीता = कहा गया अंवर - आकाश निकंद = नष्ट करने वाला अमानो = अनंत असोष = चिन्ता रहित, ऊपनी = उत्पन्न हुई शोषण रहित पृ. ७४ कैतव - छल अबादी ___ - वचन रहित करमामय = कर्मरूपी रोग अथापो = किसी ने स्थापना धू - उडाने वाला, नहीं की ध्वसं करने दुपक्षो । निश्चय व्यवहार- | पृ. ७५ कदरजता - कंजूसी पक्षवाला हरत = हरा होना, लाम - स्थान खुश होना विधात . धातु रहित कलभ = हाथी पृ. २८ अपर - अन्य खोघा = इन्द्रियों में लिप्त अरुण = सूर्य पृ. ८५ खात = सेंध आचारण, परिणमन खुध्यो ____ - प्रविष्ठ करने वाला अतुल अतूल .. भारी, हल्का खुस्यो - छीना गया नादि - अनादि मदत्ती = मस्ती पृ. २९ करा = किरण खेल - पानी की खेल सुगमक - समझने में सरल श्लोणी - पृथ्वी अतिक्षम = महासमर्थ खैरलभ्य - इन्द्रियों से अप्राप्त क्षमाकर . क्षमाशील | पृ.८८ गमक - ज्ञान पृ. ३० अलापित = अलिप्त ग्राम = गाँव, समूह नागर - चतुर ग्रामणी - गाँव का स्वामी चार -

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