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अध्यात्म बारहखड़ी
गलत राह
अनीन - अन्यून, कम नहीं | पृ. ३६ पाथा - पानी अच्छीन अक्षीण
आसेच्या . सेवा योग्य इकंग - दिगम्बर
च्छति = शक्ति पृ. २५ अपात = पतन रहित पृ. ४३ असाथ • अकेला
अधात ... - धातु रहित देह . . | पृ. ४४ उपधि - परिग्रह अमाम = ममता रहित अवाम - स्त्री रहित
प, ४५ उनमान = अल्पता अभाम - स्त्री रहित
अपसि - बंधन रहित अजूहो . अभी है
पृ. ५३ दायाद - कुटुंबी अपायो __- अप्राप्त
पृ. ६२ ओपासक = उपास्य प्रणीता = कहा गया
अंवर - आकाश निकंद = नष्ट करने वाला
अमानो = अनंत असोष = चिन्ता रहित,
ऊपनी = उत्पन्न हुई शोषण रहित पृ. ७४ कैतव - छल अबादी ___ - वचन रहित
करमामय = कर्मरूपी रोग अथापो = किसी ने स्थापना
धू - उडाने वाला, नहीं की
ध्वसं करने दुपक्षो । निश्चय व्यवहार- | पृ. ७५ कदरजता - कंजूसी पक्षवाला
हरत = हरा होना, लाम - स्थान
खुश होना विधात . धातु रहित
कलभ = हाथी पृ. २८ अपर - अन्य
खोघा = इन्द्रियों में लिप्त अरुण = सूर्य
पृ. ८५ खात = सेंध आचारण, परिणमन
खुध्यो ____ - प्रविष्ठ करने वाला अतुल अतूल .. भारी, हल्का
खुस्यो - छीना गया नादि - अनादि
मदत्ती = मस्ती पृ. २९ करा = किरण
खेल - पानी की खेल सुगमक - समझने में सरल
श्लोणी - पृथ्वी अतिक्षम = महासमर्थ
खैरलभ्य - इन्द्रियों से अप्राप्त क्षमाकर . क्षमाशील | पृ.८८ गमक - ज्ञान पृ. ३० अलापित = अलिप्त
ग्राम = गाँव, समूह नागर - चतुर
ग्रामणी - गाँव का स्वामी
चार
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