Book Title: Acharanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 10
________________ कुब शिव साध्वी मायमिदासता से० ते साधा जे०ले झारयां वि० सालिजगी तावनाक सी: १०३ ला जा० मादक अथवा शरारतेनल सेनस्य बारइत्यादिन प्राचारा जावप विधेसमा मे सेकं | जायेगा ॥ पिऊयंवा (बजरगंवानुकिटांवा ॥ मंगीक्षमा ० सालिनीलादिकन्याला व्यक्ति श्रीमतीः गडवानी लावानी विराटकाद आहार विशेष ए दोन बनाव्यतेला तान क चनइतिवचनात एकवचन एप स०एकवार मिसहित का एक | मरक्षित एव प्रधा TR गोधूमं वा । (मंथुवा वानलेवा ॥ चावल पलंबे वा(समंज किया फासां सेवते लि० साध नि०सा जा०लावा३क मा०गृह स्वन इमार जादियाले वाहेक उ जाति उःनो नामाव तिब्र हवालावर क ३३ उक जावणो मिगादेगा |४| सेजिरवाजिरकृणीवा | जावापविधेसमा हो । सा: जे साजिदगीध ज०जायायाक मादिना लठ्ठ इजा विवादग कवासनिक से मर्दितः जा सिड पुलडाणेका पिदंवा | जाव ( चावल पलंबे प्रसननक्रिम / 5

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