Book Title: Abhidhaappadipika
Author(s): Jinvijay
Publisher: Gujarat Puratattva Mandir Ahmedabad
View full book text
________________
शब्दानुक्रमः
पभव ९१, ९००, ११७० पभा ६४ पभात ६८ पभाव ३५१ पभिन्न ३६२ पभुत्त ८४८ पभू ७२५, ९२६, १०८८ पमत्तबन्धु ४३ पमदवन ५३८ पमदा २३० पमा ७६३ पमाण ८१६ पमाणक १०३२ पमातु ८१५, ११३१ पमाद १७३ पमिति ७६३ पमुक्कभाव ७९६ पमुख २१८, ६९४,९३२ पमुद ८७ पमुदित ७५२ पमोद ८८ पम्पक ६१८ पंपटक ६१८ पंभ २५९ पय ५००, ६६१, १०६३ पयत ४४२ पयोग ८३२ पयोजन १०३७ पयोधर २७०, १०४२
पयोवेग १०६४ पय्यक २४८ पर ६, ३४४, ६९५, ८४३,
१०८९ परक्कम १५६, ९६६ परपुट्ट ६३३ परभत ६३३ परम ६९५ परयत्त ८६१ परमन्न ४१८ परमाणु १९४ परमायु ७९८ परम्मुखा ११५७ परसुवे ११५५ परसेल ६०६ परा ११६४ पराग ५४५ पराजय ४०२, ११०६, ११६४ पराधीन ७२८ पराभव १७२, १०८५ परायन्त ७२८ परायण(न) ७, ७५८, ९३२ परी ११७५ परिकित्तित ९५७ परिक्खक ७२६ परिक्खार ७३९, ९७. परिक्खित्त ७४६ परिखा २०९ परिग्गह ७२८, ८७०
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342