Book Title: Abhayratnasara
Author(s): Kashinath Jain
Publisher: Danmal Shankardas Nahta

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Page 787
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra शीघ्रता कीजिये ! आज हो आर्डर दीजिये !! कपोल कल्पि उपन्यास और खराब किस्से कहानियाँ न पढ़ कर हमारे नोचे लिखे हुए उत्तमोत्तम महापुरुषोंके सुन्दर और हृदयग्राही चरित्र पढ़िये । इन चरित्रोंको पढ़ कर आपकी आत्मा प्रफुल्लित हो उठेगी। और आपकी नसोंमें आत्म गौरवके मारे गर्म खून दौड़ने लगेगा | इसलिये हजार कार्योंमें किफायत कर आज ही इन सर्वाङ्ग- सुन्दर पुस्तकों को मंगवा कर अपने हृदयका श्रृगार बनाइये | आदिनाथ चरित्र शान्तिनाथ - चरित्र www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir चन्दनबाला सुदर्शन सेठ राजा प्रियंकर ५) | पर्युषण पव महात्म्य कलावती ५) अध्यात्म अनुभव योगप्रकाश ३॥ ) सुरसुन्दरी स्याद्वादनुभव रत्नाकर १) अञ्जना सुन्दरी द्रव्यानुभवरत्नाकर शुकराज कुमार रतिसार कुमार नल-दमयन्ती हरिबल मच्छी २|| १) सती सीता चंपक हेठ कयवना सेठ m1) १) जय-विजय ( 1 ) रत्नसार कुमार 112) अरणिक मुनि 17 ) 1) मिलने का पता - पण्डित काशीनाथ जैन २०१ हरिसन रोड, ( तोनतल्ला ) कलकत्ता । u) For Private And Personal Use Only 14) 1) 3 3 3 3 3 ॥) 11) 11) विजय सेठ - विजया सेठानी ॥) इलायची कुमार 11)

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