________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
देखिये !
अवश्य देखिये !! हिन्दी-साहित्यका सर्वाङ्ग-सुन्दर सचित्र ग्रन्थ-रत्न
शान्तिनाथ-चरित्र । यह ग्रन्थ-रत्न हिन्दी जैन-साहित्यका परम रमणीय सर्वोत्तम श्रृङ्गार है। इसमें शान्तिनाथ-स्वामीके सोलह भावोंका सारा चारित्र बड़ी ही सुन्दर, हृदय ग्राही और मनोरञ्जक भाषामें उपन्यासके ढङ्गपर लिखा गया हैं' जो स्त्री-पुरुष, बूढ़े-बच्चे सभीके पढ़ने, सुनने ओर मनन करने योग्य है। सारे संसारके साहित्यका खोज डालिये, पर ऐसा सरल और अनुपम ग्रन्थरत्न आपको किसी भी भाषामें नहीं मिलेगा। इसमें परम मनोहर, नयनाभिराम और चित्ताकर्षक रङ्ग-विरंगे दर्जनों चित्र दिये गये हैं। जिन्हें मात्र देखने पर ही “शान्तिनाथ भगवानका" सारा चरित्र बायस्कोपकी भाँति आँखोंके समक्ष दिख आता है। यदि आज भारतमें छापा खाना न होता तो केवल इसके एक चित्रका ही मूल्य एक अशर्फी होता । इतना होने पर भी इस परम सुन्दर सर्वाङ्ग-पूर्ण बहुमूल्य ग्रन्थ-रत्नका मूल्य केवल ५) मात्र रखा गया है । हजार कामों में किफायत करके इस ग्रन्थ रत्नको अवश्य मंगवाइये।
पुस्तक मिलनेका पतापण्डित काशीनाथ जैन २०१ हरिसन रोड ( तीनतल्ला ) कलकत्ता।
For Private And Personal Use Only