Book Title: Aatma ka Darshan Author(s): Jain Vishva Bharti Publisher: Jain Vishva Bharti View full book textPage 788
________________ परिशिष्ट ७६५ आत्मा का दर्शन सुसम-सुसमा ..: अति सुखमय कालखंड। सुसमा सुखमय कालखंड। सुहसेज्जा : समाधि का स्थान। सुहम (खंध) : सूक्ष्म पुद्गल रचना। सुहुमसंपराय संज्वलन कषाय के सूक्ष्म लाभांश सेज्जा सेह वाले जीव की अवस्था। बस्ती। : नवदीक्षित मुनि। : यौगिलिक युग की एक दंडनीतिहा! तूने यह क्या किया।Page Navigation
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