Book Title: Aagam 41 1 OGH NIRYUKTI Moolam evam Vrutti Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Deepratnasagar View full book textPage 3
________________ मूलाका ८१२+३२२+३१ मूलांक: ०००१ १००७ ११४३ विषय: मंगलं, प्रस्तावना-गाथा: उपधिप्रमाण-द्वारम् आलोचना द्वारम् पृष्ठांक ००४ ४१७ ४५२ ओघनियुक्ति मूल- सूत्रस्य विषयानुक्रम मूलांक: ००२१ १११५ ११४७ विषय: प्रतिलेखना- द्वारम् अनावर्तनवर्जन द्वारम् विशोधि-द्वारम् पृष्ठांक: ०२७ ४४७ ४५३ ~2~ दीप- अनुक्रमाः ११६५ विषय: मूलांक : ०५४७ पिण्ड-द्वारम् ११४० | प्रतिसेवना-द्वारम् उपसंहार-गाथा: ११६३ मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित आगमसूत्र - ४१/१] मूल सूत्र -[ २/१] “ओघनिर्युक्ति" मूलं एवं द्रोणाचार्य विरचिता वृत्तिः पृष्ठांक २५८ ४५२ ४५७Page Navigation
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