________________ श्रीभगवत्यङ्गं श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-३ / / 1278 // १९शतके उद्देशक:४ सूत्रम् 654 नारकादीनां महाल्पाश्रववत्वादि म म अ म म अ म स्यास्येदमादिसूत्रं १सियभंते! नेरइया महासवा महाकिरिया महावेयणा महानिज्जरा? गोयमा! णो तिणढे समढे १,२सिय आ कि वे नि / भंते ! नेरइया महासवा महाकिरिया महावेयणा अप्पनिजरा? हंता सिया 2,3 सिय भंते! नेरइया महासवा म म म म महाकिरिया अप्पवेयणा महानिजरा?, गोयमा! णो तिणढे समढे 3, 4 सिय भंते! ने० महासवा महाकि० म म म अप्पवे० अप्पनि०? गोयमा! णो तिणढे समढे 4,5 सिय भंते! ने० महासवा अप्पकि० महावे० महानि०?, म म अ गोयमा! णो तिणढे समढे 5, 6 सिय भंते! ने० महासवा अप्पकि० महावे. अप्पनि०?, गोयमा! नो तिणढे म अ म समढे 6, 7 सिय भंते! ने० महासवा अप्पकि० अप्पवे. महानि०?, नो तिणढे समढे, 8 सिय भंते! ने० म अ महासवा अप्पकि० अप्पवे. अप्पनि०?, णो तिणढे समढे 8, 9 सिय भंते! ने० अप्पासवा महाकिरिया म अ महावेदणा महानिजरा?, नो तिणढे समढे 9, 10 सिय भंते! ने० अप्पासवा महाकिरिया महावेदणा अप्पनिज्जरा?,नो तिणढे समढे 10,11 सिय भंते! ने० अप्पासवा महाकि० अप्पवे० महानि०?, नो तिणढे समढे 11,12 सिय भंते! ने० अप्पासवा महाकि० अप्पवे० अप्पनि०?,णो तिणटेसमटे 12, 13 सिय भंते! | अ अ म ने० अप्पासवा अप्पकि० महावे. महानि०? नो तिणढे समढे 13, 14 सिय भंते! ने० अप्पासवा अप्पकि० अ अ म अ अ अ अ म महावे० अप्पनि०?, नो तिणढे समढे 14, 15 सिय भंते! ने० अप्पासवा अप्पकि० अप्पवे० महानि०?, नो | तिणढे समढे 15, 16 सिय भंते! ने० अप्पासवा अप्पकि० अप्पवे. अप्पनि०?,णो तिणढे समढे 16, एते ना०२ असुरादेः 4 सोलस भंगा। 17 सिय भंते! असुरकुमारा महासवा महाकि० महावे. महानि०?, णो तिणढे समटे, एवं अ म ककककम // 1278 //