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________________ श्रीभगवत्यङ्ग श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ // 863 // गामागरनगर जाव विहरहित्तिकटु जयजयस पउंजंति, तए णं से सिवभद्दे कुमारे राया जाए महया हिमवंत. वन्नओ जाव विहरइ, ४तएणं से सिवेराया अन्नया कयाइं सोभणंसि तिहिकरणदिवसमुहुत्तनक्खत्तंसि विपुलं असणपाणखाइमसाइमं उवक्खडावेंति रत्ता मित्तणाइनियगजावपरिजणं रायाणो य खत्तिया आमंतेति रत्ता तओ पच्छा ण्हाए जाव सरीरे भोयणवेलाए भोयणमंडवंसि सुहासणवरगए तेणं मित्तणातिनियगसयण जाव परिजणेणं राएहि य खत्तिएहि यसद्धिं विपुलं असणपाणखाइमसाइमं एवं जहा तामली(भ० श०३ उ०१)जाव सक्कारेति संमाणेति रत्तातं मित्तणाति जाव परिजणंरायाणो यखत्तिए य सिवभइंच रायाणं आपुच्छड़ २त्ता सुबहुं लोहीलोहकडाहकडुच्छं जाव भंगंगहाय जे इमे गंगाकूलगा वाणपत्था तावसा (औप० प०९०-१) भवंतितं चेव जाव तेसिं अंतियं मुंडे भवित्ता दिसापोक्खियतावसत्ताए पव्वइए, पव्वइएऽविय णं समाणे अयमेयारूवं अभिग्गहं अभिगिण्हइ- कप्पड़ मे जावजीवाए छटुंतं चेव जाव अभिग्गहं अभिगिण्हइ रत्ता पढमं छट्ठक्खमणं उवसंपज्जित्ताणं विहरइ / 5 तए णं से सिवेरायरिसी पढमछट्ठक्खमणपारणगंसि आयावणभूमीए पच्चोरुहइ रत्ता वागलवत्थनियत्थे जेणेव सए उडए तेणेव उवागच्छइ ते० उवा०त्ता किढिणसंकाइयगं गिण्हइ रत्ता पुरच्छिमं दिसं पोक्खेइ पुरच्छिमाए दिसाए सोमे महाराया पत्थाणे पत्थियं अभिरक्खउ सिवे रायरिसी अभि०२, जाणि य तत्थ कंदाणि य मूलाणि य तयाणि य पत्ताणिय पुष्पाणि यफलाणि य बीयाणि य हरियाणि य ताणि अणुजाणउत्ति कटु पुरच्छिमं दिसं पसरति पुर० 2 जाणि य तत्थ कंदाणि य जाव हरियाणि य ताइं गेण्हइ 2 किढिणसंकाइयं भरेइ कढि०२त्तादब्भे य कुसे य समिहाओ य पत्तामोडं च गेण्हेइ 2 जेणेव सए उडए ते० उवा० रत्ता किढिणसंकाइयगं ठवेइ किढि० २त्ता वेदि वड्डेइ रत्ता उवलेवणसंमजणं करेइ उ० २त्ता दब्भसगब्भकलसाहत्थगए जेणेव गंगा महानदी ते. उवा० गंगामहानदी ओगाहेति रत्ता जलमजणं करेइ रत्ता जलकीडंकरेइ 2 जलाभिसेयं करेति रत्ता आयंते चोक्खे परमसुइभूए देवयपितिकयकज्जे |11 शतके उद्देशक: 9 शिवराजर्षिरधिकारः / सूत्रम् 417 हस्तिनापुरः शिवराजदिक्प्रोक्षकतापसप्रव्रज्यास्वीकारः यावजीवषष्ठतपाभिग्रहादि। / / 86
SR No.600444
Book TitleVyakhyapragnaptisutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDivyakirtivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages574
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size15 MB
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