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________________ श्रीभगवत्यङ्ग श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ // 842 // 10 शतके उद्देशक:५ चमराद्यग्रमहिष्यधिकारः। सूत्रम् 405-406 चमराधग्रमहिषी|संख्या, जिनास्थि असुरिंदस्स 2 चमरचंचाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए माणवए चेइयखंभे वइरामएसु गोलवट्टसमुग्गएसु बहूओ जिसकहाओ संनिक्खित्ताओ चिटुंति, जाओणंचमरस्स 3 अन्नेसिंच बहूणं असुरकुमाराणं देवाण य देवीण य अच्चणिज्जाओवंद नम० पूय. सक्कार० सम्माण कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पञ्जुवास. भवंति तेसिं पणिहाए नो पभू, से तेण० अज्जो! एवं वु०- नो पभू चमरे असुरिंदे जाव राया चमरचंचाए जाव विहरित्तए।पभूणं अजो! चमरे 3 चमरचंचाएरायहाणीए सभासुहम्माए चमरंसिसीहासणंसि चउसट्ठीए सामाणियसाहस्सीहितायत्तीसाए जाव अन्नेहिं च बहूहिं असुरकुमारेहिं देवेहि य देवीहि यसद्धिं संपरिवुडे महयाहय जाव भुंजमाणे विहरित्तए० केवलं परियारिडीए नोचेवणं मेहुणवत्तियं ।सूत्रम् 405 // ५चमरस्सणंभंते! असुरिंदस्स असुरकुमाररन्नोसोमस्स महारन्नो कति अग्गमहिसीओपन्नत्ताओ?, अजो! चत्तारि अग्गमहिसीओ प०, तंजहा- कणगा कणगलया चित्तगुत्ता वसुंधरा, तत्थ णं एगमेगाए देवीए एगमेगंसि देविसहस्सं परिवारो प०, पभूणं ताओ एगमेगाए देवीए अन्नं एगमेगं देवीसहस्संपरियारं विउव्वित्तए, एवामेव सपुव्वावरेणं चत्तारि देविसहस्सा, सेत्तं तुडिए, 6 पभूणं भंते! चमरस्स 3 सोमे महाराया सोमाए रायहाणीए सभाए सुहम्माए सोमंसिसीहासणंसि तुडिएणं अवसेसंजहा चमरस्स, नवरंपरियारो जहा सूरियाभस्स(राजप्र०प०१४-१), सेसंतंचेव, जावणो चेवणं मेहुणवत्तियं / 7 चमरस्सणं भंते! जाव रन्नोजमस्स महारनो कति अग्गमहिसीओ?, एवं चेव नवरं जमाए रायहाणीए सेसं जहा सोमस्स एवं वरुणस्सवि, नवरं वरुणाए रायहाणीए, एवं वेसमणस्सवि नवरं वेसमणाएरायहाणीए सेसंतंचेव जाव मेहुणवत्तियं / 8 बलिस्सणं भंते! वइरोयणिंदस्स पुच्छा, अज्जो! पंच 2 अग्गमहिसीओप०, तंजहा-सुभा निसुंभारंभा निरंभा मदणा, तत्थ णं एगमेगाए देवीए अट्ठट्ठ सेसंजहा चमरस्स, नवरं बलिचंचाए रायहाणीए परियारो जहा मोउद्देसए, सेसं तं चेव, जाव मेहुणवत्तियं / 9 बलिस्स णं भंते! वइरोयणिंदस्स वइरोयणरन्नो सोमस्स | संनिधौ भोगसामर्थ्यः तद्वत्सोमादि बलीन्द्रादि यावच्छवेशानादिसम्बन्धी स्थविरप्रश्रा:। // 842 //
SR No.600444
Book TitleVyakhyapragnaptisutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDivyakirtivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages574
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size15 MB
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