SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 206
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्रीभगवत्यङ्ग श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ // 728 // अथैनमेव लेश्यादिभिर्निरूपयन्नाह १२से णं भंते! कतिलेस्सा(सा)सुहोजा?, गोयमा! तिसु विसुद्धलेस्सासु होजा, तंजहा- तेउलेस्साए पम्हले० सुक्कले०।१३से णंभंते! कतिसुणाणेसु होजा?,गोयमा! तिसु आभिणिबोहियनाणसुयनाणओहिनाणेसु होजा।१४ सेणंभंते! किंसजोगी होज्जा अजोगीहोजा?, गोयमा! सजोगी होज्जानो अजोगी होजा, 15 जइसजोगी होज्जा किंमणजोगी होजावइजोगी होजाकायजोगी (जोगीवा) होजा?, गोयमा! मणजोगी वा होजावइजोगीवा होज्जा कायजोगी वा होज्जा ।१६सेणंभंते! किंसागारोवउत्ते होज्जा अणागारोवउत्ते होजा?, गोयमा! सागा० वा होज्जा अणा वा होजा / 17 सेणंभंते! कयरंमि संघयणे होजा?, गोयमा! वइरोसभनारायसं होज्जा। 18 से णं भंते! कयरंमि संठाणे होज्जा?, गोयमा! छण्हं संठाणाणं अन्नयरे सं० होज्जा / 19 से णं भंते! कयामि उच्चत्ते होजा?, गोयमा! जहन्नेणं सत्त रयणी उक्कोसेणं पंचधणुसतिए होजा / 20 सेणं भंते ! कयरंमि आउए होजा?, गोयमा! जह० सातिरेगट्ठवासाउए उक्को० पुव्वकोडिआउए होज्जा / 21 से णं भंते! किं सवेदए होज्जा अवेदए होज्जा?, गोयमा! सवे. होज्जा नो अवे. होज्जा, 22 जइ सवे. होज्जा किं इत्थीवेयए होजा पुरिस० होजा नपुंसग० होजा पुरिसनपुंसग० होजा?, गोयमा! नो इत्थि० होजा पुरिस० वा होजानो नपुंसग होज्जापुरिसनपुंसग० वा होजा। 23 से णं भंते! किंसकसाई होज्जा अकसाई होजा?,गोयमा! सक होज्जानो अक होज्जा, 24 जइसक होज्जासेणं भंते! कतिसुकसाएसुहोजा?, गोयमा! चउसुसंजलणकोहमाणमायालोभेसु होजा। 25 तस्स णं भंते! केवतिया अज्झवसाणा प०?, गोयमा! असंखेज्जा अज्झवसाणा पन्नत्ता, 26 ते णं भंते! पसत्था अप्पसत्था?, गोयमा! पसत्था नो अप्प०, 27 सेणंभंते! तेहिं पसत्थेहिं अज्झवसाणेहिं वट्ट(ह)माणेहिं अणंतेहिं नेरइयभवग्गहणेहितो अप्पाणं विसंजोएइ अणंतेहिं तिरिक्खजोणियजाव विसंजोएइ अणं मणुस्सभवग्गहणेहितो अप्पाणं विसं० अणं० ९शतके उद्देशकः 31 अश्रुत्वाधर्मलभेताघधिकारः। सूत्रम् 367 अवधिज्ञानीजीवस्य लेश्या-ज्ञानयोगो-पयोगसंघयणसंस्थानो-चत्वा-युष्-वेदकषायाध्यवसायकेवल-ज्ञानदर्शनादिप्रश्नाः // 728 //
SR No.600444
Book TitleVyakhyapragnaptisutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDivyakirtivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages574
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy