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________________ श्रीभगवत्यङ्गं श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-१ // 320 // 3 शतके उद्देशक:६ नगराधिकारः। सूत्रम् 163 मायीमिथ्या दृष्टि, गोयमा! णो तहाभावं जा० पा० अन्नहाभावं जा० पा०, 7 से केणटेणं जाव पा०?, गोयमा! तस्स खलु एवं भवति एस खलु वाणारसी(ए) न० एस खलु रायगिहे न० एस खलु अंतरा एगे महं जणवयवग्गे नो खलु एस महं वीरियलद्धी वेउव्वियलद्धी विभंगनाणल० इड्डी जुत्ती जसे बले वीरिए पुरिसक्कारपरक्कमे लद्धे पत्ते अभिसमण्णागए, से से दंसणे विवच्चासे भ०, से तेणटेणं जाव पा०॥८अण० णं भंते! भावि० अमाईसम्मदिट्ठी वीरियलद्धीए वेउब्वियल० ओहिनाणल रायगिहे नगरेसमोहए रत्ता वाणारसीए नगरीए रूवाई जा० पा०?, हंता, 9 से भंते! किं तहाभावं जा० पा०? अन्नहाभावं जा० पा०?, गोयमा! तहाभावं जा० पा० नो अन्नहाभावं जा० पा०, 10 से केणटेणं भंते! एवं वु०?, गोयमा! तस्स णं एवं भ०- एवं खलु अहं रायगिहे नगरे समोहए रत्ता वाणारसीए नगरीए रूवाइं जाणामि पासामि, से से दंसणे अविवच्चासे भ०, से तेण० गोयमा! एवं वु०, बीओ आलावगो एवं चेव नवरंवाणारसीए नगरीएसमोहणा नेयव्वा रायगिहे नगरे रूवाइंजा०पा०।११ अणगारेणं भंते! भावि० अमाईसम्मदिट्ठी वीरियलद्धीए वेउव्वियल० ओहिनाणल• रायगिहं नगरं वाणारसिं नगरिंच अंतरा एगं महंजणवयवग्गंसमोहए 2 त्ता रायगिहं नगरं वाणारसिंच नगरिं तं च अंतरा एगं महं जणवयवगंजा० पा०?, हंता जा० पा०, 12 से भंते! किं तहाभावं जा० पा० अन्नहाभावं जा० पा०?, गोयमा! तहाभावं जा पा०, णो अन्नहाभावं जा पा०, 13 सेकेण ? गोयमा! तस्स णं एवं भ०- नोखलु एस रायगिहे ण णो खलुएस वाणारसी न० नोखलु एस अंतरा एगेजणवयवग्गे एस खलु ममं वीरियलद्धी वेउब्विय ओहिणाण इट्टी जुत्ती जसे बले वीरिए पुरिसकारपरक्कमे लद्धे पत्ते अभिसमन्नागए से से दंसणे अविवच्चासे भ० से तेण० गोयमा! एवं वु० तहाभावं जा० पा० नो अन्नहाभावंजा० पा०।१४ अणगारेणंभंते! भावि० बाहि पो० अपरियाइत्ता पभूएगं महंगामरूवंवा नगररूवंवा जाव सन्निवेसरूवं वा विकुवित्तए?, णो ति०स०, एवं बितिओवि आलावगो, णवरं बाहि० पो० परियाइत्ता पभू / 15 अणणं भंते! भावि० केव० अमायीसम्यग्दृष्टि अनगारस्य नगरविकुर्वणसामर्थ्य तथाऽतथाभावजानीयादित्यादि प्रश्राः / // 320
SR No.600443
Book TitleVyakhyapragnaptisutram Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDivyakirtivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages578
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size39 MB
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