________________ [1] उपक्रमः / शा० उपक्रमः। श्रीअनुयोगद्वारंमलधारि श्रीहेमचन्द्रसूरि वृत्तियुतम्। // 197 // 1.2 नाम। एसणं से णामे उदइए उवसमिएखओवसमनिप्पन्ने 2, कतरे से णामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने? उदएत्ति मणूसे, उवसंता कसाया, पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने 3, कयरे से णामे उदइएखइए खओवसमनिप्पन्ने?, उदएत्ति मणूसे, खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाई, एस णं से णामे उदइए खइए खओवसमनिप्पन्ने 4, कतरे से णामे उदइए खइए पारिणामियनिप्पन्ने?, उदएत्ति मणूसे, खइयं सम्मत्तं, पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइएखइए पारिणामियनिप्पन्ने 5, कतरे से णामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने?, उदयेत्ति मणूसे, खओवसमियाइं इंदियाइं, पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने 6, कतरे से णामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्पन्ने?, उवसंता कसाया, खइयं सम्मत्तं, खओवसमियाइं इंदियाई, एस णं से णामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्पन्ने 7, कतरे से णामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्पन्ने?, उवसंता कसाया, खइयंसम्मत्तं, पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उवसमिएखइए पारिणामिय निप्पन्ने 8 कतरे से णामे उवसमिएखओवसमिए पारिणामिय निप्पन्ने? उवसंता कसाया, खओवसमियाइं इंदियाई, पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने 9, कतरे से णामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने?, खइयं सम्मत्तं, खओवसमियाइं इंदियाइं, पारिणामिए जीवे, एस jसे णामे खइएखयोवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ॥सूत्रम् 255 // तत्थणं जे ते दस तिगसंजोगा ते णं इमे, इत्यादि। एतेऽप्यौदयिकौपशमिक क्षायिक क्षायोपशमिक पारिणामिकभावपञ्चकं भूम्यादावालिख्य तत आद्यभावद्वयस्योपरितनभावत्रयेण सह चारणायां लब्धास्त्रयः, इत्यादिक्रमेण दशापि भावनीयाः // 254 // एतानेव स्वरूपतो विवरीषुराह- कयरे से णामे उदइए उवसमिए, इत्यादि। व्याख्यापि पूर्वानुसारतोऽत्रापि कर्तव्या। ®उदइएत्ति मणुस्से। 6एतदप्यौ.... / सूत्रम् 254-255 1.2.6 षइनाम। 1.2.6.6 सान्निपातिकभावस्य त्रिकसंयोगिक भेदनिरूपणम्। // 197 //