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________________ श्रीदशवैकालिक श्रीदशवैकालिक श्रीहारि० वृत्तियुतम् // 7 // सूत्रस्या 2.14 नुक्रमः 2.15 A क्रमः विषय: सूत्रम् नियुक्ति: भाष्यम् पृष्ठः / क्रम: विषय: सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः काठहारोदाहरणं च। 3 148 3.5 कथानिक्षेपे मनोनिग्रहविधि: राज आक्षेपण्यादिपुत्रदासीवणिग्दारक चतुर्विधधर्मकथा। - 193-205 - 176 कथानकौ च / 4 - - 150 3.6 मिश्राकथा विकथासंयमस्थैर्योपदेशः कथादिश्च। - 206-215 - रथनेम्युदाहरणं च। 5-7 - - 152 3.7 औद्देशिकादि-त्रिपश्चासंयमस्थैर्योपदेशः शदनाचीर्णाः। 1-10 - - 185 रथनेमिबोध:-नूपुर 3.8 साधुस्वरूपम्। 11-15 - पण्डितोदाहरणम्। 8-11 - // चतुर्थमध्ययन / तृतीयमध्ययनं क्षुल्लिकाचार षड्जीव- 1-15 कथाख्यम् // 1-15178-215 - 160-191 निकायाख्यम् // गा०१-२८२१६-२३३ 5-60192-25 अभिसम्बन्धो षड्जीवनिकायः। 1 - महत्क्षुल्लकाचारकथा उपक्रमेऽधिकाराः। - 216-219 - 192 शब्दानां निक्षेपाः। - 178-180 - जीवपदस्य व्याख्यापञ्चाचाराः। - 181-187 - निक्षेपद्वाराणि। - 220-222 6-9 कथानिक्षेपे अर्थकथा जीवस्य लक्षणानि कथानकाच। - 188-191 - 171 (जीवसिद्धिः)। - 223-22410-36 197 कथानिक्षेपे अन्यत्वादिद्वारत्रयम्। - 225 37-47 कामकथा। - 192 - 1754.6 4.6 जीवनित्यत्वसिद्धिः। - 226 48-49 210 3.1 192 1.2 160 4.4 // 7 //
SR No.600441
Book TitleDashvaikalik Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyakiritivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages466
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_dashvaikalik
File Size34 MB
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