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________________ श्रीदश वैकालिक श्रीहारि० वृत्तियुतम् // 6 // श्रीदशवैकालिकसूत्रस्यानुक्रमः 2.5 क्रमः विषयः सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः / क्रम: विषय: सूत्रम् नियुक्तिः भाष्यम् पृष्ठः विपक्षविपक्ष पूर्वशब्दस्य च त्रयोप्रतिषेधावयवी। - 142-143 - 124 दशविधनिक्षेपाः। - 159-160 - 135 1.86 षष्ठो विपक्ष सङ्कल्पवशस्य प्रतिषेधावयवः। - 144-145 - असमर्थत्वम्। 1 - - 136 सप्तमोदृष्टान्त: अष्टम कामशब्दस्यआशङ्का नवम निक्षेपाः। - 161-165 - 137 स्तत्प्रतिषेधः। - 146-147 - पदशब्दस्य निक्षेपाः। - 166 - 138 दशमं निगमनम्। - 148 2.8 पदशब्दस्य निक्षेपाः ज्ञाननयः। द्रव्यभावपदम्। - 167-168 - 138 क्रियानयः। - 149 - 130 भावपदं 1.91 स्थितपक्षः। - 150-151 - 131 ग्रथितपदं च। - 169-174 - 140 // द्वितीयमध्ययनं श्रामण्य 2.10 अपराधपदं पूर्वकाख्यम् // 1-11152-177 - 132-159 क्षुल्लकथानकं च। - 175 - 2.1 अभिसम्बन्ध:-श्रामण्य अपराधपदेऽष्टादशपूर्वकस्य च निक्षेपः। - 152 - 132 शीलाङ्गसहस्रप्रतिश्रमणनिक्षेपाः। - 153-157 - 132 पादनम्। - 176-177 - श्रमणस्य पर्याय 2.12 त्यागिस्वरूप: शब्दाः / - 158 - 135 सुबन्धुकथानकं च। 2 - - 2.4 श्रमणपर्याया: 2.13 त्यागिस्वरूपः 1.88 89 -00000 1.90 2.9 2.1 144
SR No.600441
Book TitleDashvaikalik Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyakiritivijay
PublisherShripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
Publication Year2012
Total Pages466
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_dashvaikalik
File Size34 MB
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