________________ श्रीआवश्यक नियुक्तिभाष्यश्रीहारि० वृत्तियुतम् भाग-१ // 283 // नि०- बलदेववासुदेवा अट्टेव हवंति गोयमसगुत्ता / नारायणपउमा पुण कासवगुत्ता मुणेअव्वा // 404 // निगदसिद्धा॥वासुदेवबलदेवानां यथोपन्यासमायुःप्रतिपादनायाहनि०- चउरासीई१ बिसत्तरि 2 सट्ठी 3 तीसा य 4 दस ५य लक्खाई। पण्णट्ठिसहस्साइं६ छप्पण्णा 7 बारसे ८गंच 9 // 405 // नि०-पंचासीई 1 पण्णत्तरी अ२ पण्णट्टि 3 पंचवण्णा 4 य / सत्तरस सयसहस्सा ५पंचमए आउअंहोइ॥४०६॥ नि०-पंचासीइ सहस्सा 6 पण्णट्ठी 7 तह य चेव पण्णरस 8 / बारस सयाइं९ आउंबलदेवाणं जहासंखं // 407 // निगदसिद्धाः॥साम्प्रतममीषामेव पुराणि प्रतिपाद्यन्ते तत्र- .. नि०-पोअण 1 बारवइतिगं४ अस्सपुरं 5 तह य होइ चक्कपुरं६।वाणारसि 7 रायगिह 8 अपच्छिमो जाओ महुराए 9 // 408 // निगदसिद्धा॥ एतेषां मातापितृप्रतिपादनायाहनि०-मिगावई 1 उमा चेव 2, पुहवी 3 सीआय 4 अम्मया 5 / लच्छीमई 6 सेसमई 7, केगमई 8 देवई ९इअ // 409 // नि०-भद्द १सुभद्दा 2 सुप्पभ ३सुदंसणा 4 विजय 5 वेजयंती ६अ। तह यजयंती 7 अपराजिआ 8 य तह रोहिणी ९चेव॥४१०॥ नि०-हवइ पयावइ 1 बंभो २रुद्दो ३सोमो 4 सिवो ५महसिवो ६अ।अग्गिसिहे७ अदसरहे 8 नवमे भणिए अवसुदेवे 9 // 411 // निगदसिद्धाः॥ एतेषामेव पर्यायवक्तव्यतामभिधित्सुराह नि०- परिआओ पव्वजाऽभावाओ नत्थि वासुदेवाणं / होइ बलाणं सो पुण पढमऽणुओगाओणायव्वो॥४१२॥ निगदसिद्धा एव // एतेषामेव गतिं प्रतिपादयन्नाह 0.3 उपोद्घातनियुक्तिः, 0.3.2 द्वितीयद्वारम्, वीरजिनादिवक्तव्यताः। नियुक्तिः 404-412 वासुबलदेवानां वर्णप्रमाणगोत्रायुःपुरमातापितृपर्यायगतिनिदानानि। // 283 //