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________________ तारणतरण ॥३९२॥ जायगा, वहां विषयोंमें लीन होजायगा । वहांसे चयकर दूसरे स्वर्गतकका एकेंद्रिय व बारहवें स्वर्ग तकका पशु व आगेका अतिशय रहित मनुष्य जन्म कर सम्पक्त रहित अन्य गतियों में जाजाकर कष्ट ही भोगेगा, जन्म जरा मरणसे रहित नहीं होसक्ता है । श्लोक – दर्शनं सुस्थिरं यस्य, ज्ञानं चारित्र सुस्थिरं । संसारे व्यक्त मोहं यं, मुक्ति सुस्थिर सदा भवेत् ॥ ४०२ ॥ अन्वयार्थ – (यस्य दर्शनं सुस्थिरं ) जिसका सम्धग्दर्शन भलेप्रकार स्थिर ( ज्ञानं चारित्र सुस्थिरं ) जिसका ज्ञान व चारित्र भलेप्रकार स्थिर है ( संसारे त्यक्त मोहं यं ) जिसने संसारसे मोह त्याग दिया है (मुक्ति सुस्थिरे सदा भवेत् ) उसको भले प्रकार स्थिर मोक्ष अवश्य होगी । विशेषार्थ - मोक्षका साधन निश्चय रत्नत्रयमई आत्माका अनुभव है । जिसके शुद्धात्माकी रुचि दृढ है, शुद्धात्माका ज्ञान दृढ है, शुद्धात्मामें थिरता दृढ है वह अवश्य मोक्षमार्गका अनुयायी है, वही श्रावक है। दर्शन प्रतिमाधारी श्रावकको व्यवहार व निश्चय सम्यग्दर्शन दृढतापूर्वक शुद्धतापूर्वक पालना चाहिये । तथा शास्त्र ज्ञान द्वारा आत्मज्ञानकी शक्ति बढानी चाहिये तथा अपने योग्य चारित्र के द्वारा मन, वचनकायकी थिरताको पाकर आत्मध्यानको योग्यता बढानी चाहिये । इसतरह जो भेदविज्ञानी उत्तम प्रकारसे रत्नत्रयकी आराधना करता है उसके बंध थोडा होता है व निर्जर। अधिक होती है । सम्यग्दृष्टी उदासीन भावोंसे कर्मके उदयको भोग लेता है, सुखमें उन्मत्त नहीं होता है, दुःख में घबडाता नहीं है । इससे कर्म फल देकर झड तो जाते हैं परंतु बंध बहुत ही अल्प होता है। इसके सिवाय आत्मानुभवके प्रतापसे बहुत अधिक अविपाक निर्जरा होती है । वश वह घोरे २ मुक्ति के मार्ग में चलता रहता है । श्लोक - एतत्तु दर्शनं दिष्टं ज्ञानाचरण शुद्धए । उत्कृष्टं व्रतं शुद्धं, मोक्षगामी न संशयः ॥ ४०४ ॥ अन्वयार्थ—(एतत्तु दर्शनं दिष्टं ) इसतरह सम्यग्दर्शनका महात्म्य विचारना चाहिये (ज्ञानाचरण शुद्धए) जिससे ज्ञान और चारित्र की शुद्धता होजावे (उत्कृष्टं त्रतं शुद्धं ) जिससे व्रत उत्कृष्ट व शुद्ध होता श्रावकाचार ॥१॥
SR No.600387
Book TitleTarantaran Shravakachar evam Moksh Marg Prakashak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTaranswami, Shitalprasad Bramhachari, Todarmal Pt
PublisherMathuraprasad Bajaj
Publication Year1935
Total Pages988
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size30 MB
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