SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 175
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्रीप्रवचन-1 ME जिभ्यः संज्ञपयतीति दर्शयितुमाह-"तत्थ णं देवच्छंदए अहसयं जिणपडिमाणं जिणुस्सेहपमाणमेत्ताणं सन्निखित्तं चिति, तासिणं श्रीजिनप्रपरीक्षा l जिणपडिमाणं अयमे आरूवे वण्णावासे पण्णत्ते, तंजहा-तवणिजमया हत्थतला पायतला अंकमयाई नक्खाई अंतोलोहिअक्खप- तिमापूजा८ विश्रामे / डिसेआई कणगमया पाया कणगमया गोप्फा कणगमईओ जंघाओ कणगमया जाणू कणगमया ऊरू कणगईओ गायलठ्ठीओ तब-10 दिसिद्धि ॥१७३॥ णिजमईओ नामिओ रिठमईओ रोमराईओ तवणिजमया चुचुआ तवणिजमया सिरिवच्छा कणगमईआओ चाहाओ कणगमईओ | पासाओ कणगमईओ गीव.ओ रिहामए मंसू सिलप्पवालमया ओठा फलिहामया दंता तबणिजमयीओ जीहाओ तवणिजमया | तालुआ कणगमईओ नासाओ अंतोलोहिअक्खपरिसेआओ अंकमयाई अच्छीणि अंतोलोहिअक्खपरिसेआई पुलकामईओ दिछीओ रिहामईओ तारगाओ रिठ्ठामयाइं अच्छीपत्ताई रिहामईओ भमुहाओ कणगामया कवोला कणगामया सवणा कणगामया णिडालवट्टा वयरमईओ सीसघडीओ तवणिजमईओ केसंतकेमभूमीओ रिठामया उवरिमुद्धया, तासि णं जिणपडिमाणं पिछतो पत्तेअं२ छत्त| धारगपडिमाओ पण्णत्ताओ, ताओ णं छत्तधारगपडिमाओ हिमरययकुंदिंदुसप्पकासाई सकोरंटमल्लदामाई धवलाई आतपत्ताई सलील ओहारेमाणीओ चिठंति, तासि णं जिणपडिमाणं उभओ पासिं पत्ते २:चामरधारपडिमाओ पं०, ताओ णं चामरधारपडिमाओ चंदप्पहवडरवेरुलियनाणामणिकणगरयणविमलमहरिहतवणिज्जुञ्जलविचित्तदंडाओ चिल्लिाओ संखंककुंददगरयमयमहितफेणपुंजसन्निकासाओ सुहमरययदीहवालाओ धवलाओ चामराओ सलील ओहारेमाणीओ २ चिट्ठति, तासि णं जिणपडिमाणं पुरओ दो दो नागपडिमाओ दोदोजक्खपडिमाओ २ भूअपडिमाओ२ कुंडधारगपडिमाओ विणतोणयाओ पायवडिआओ पंजलिउडाओ सन्निकखित्ताओ चिट्ठति सन्चरयणामईओ अच्छाओसण्हाओ घटाओ महाओ नीरयाओ निष्पंकाओ जावपडिरूवाओ, तासिणं जिण-I ॥७३॥ HOTOHOTOG.CoOOR
SR No.600378
Book TitlePravachan Pariksha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmsagar
PublisherRushabhdev Kesarimal Shwetambar Samstha
Publication Year1937
Total Pages356
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy