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बिलमले ओसही दाउं ॥१२॥ पारद्धं धम्मियं दुद्धरेण नीसेसवाउणा ताहे । सो दुक्करकारुनो बिलमज्झे वसि उमसमत्थो ॥१३॥ पुच्छेण नीइ मा मरउ एस दिट्ठिगोयरं पडिओ। निग्गच्छइ जावइयं तावइयं छिदइ मा वि ॥१४॥ उवणीओ नरवइणो सो खमगाही पहाणपत्तीए । पुत्तत्तेणुववन्नो अइदूरनिरुद्धकोहविसेा ।।१५।। ते। नागदेवयाए । राया संबोहिओ जहा नागा। मारेयव्वा नेत्तो तुमए पुत्तो भविस्सइ ले ।।१६।। कालक्कमेण जाओ विहिओ य महा. महो कयं नामं । जह नागदेवयाए दिन्नो तह नागदिन्नो त्ति ।।१७।। उम्मुक्कबालभावा साहुं दळूणं संभरियजाई। जायविरागा पव्वज्जमणुगओ अइसएण खमी ।।१८।। सेो पुवतिरिक्खभवाणुभावओ निचमइछुहालू य । सव्वमुणीण समक्खं न मए मरणावि कुवियव्वं ।।१९।। एवमभिग्गहमुग्गं गिन्हइ हिडइ पभायसमयम्मि । अइतिव्वछुहाछोहियदेहो दोसीणभत्तकए ।।२०।। तस्स य गुरुणो गच्छे जस्स समीवे स गहियपव्वजो । खमगा साहू चिटुंति सुठ्ठ निट्ठियसरीरबला ॥२१।। एगबितिचउमासे कओववासा कमेण चत्तारि । पवयणगुणाणुरत्ता अहरति देवया एगा ॥२२॥ ते उल्लंघिय चउरो कमोवविठू मुणी तओ खुडं। वंदइ नंदियहियया पुच्छइ कुसल च देहस्स ।।२३।। निग्गच्छंतो ठाणाओ ताउ अमरिसवसेण एगेण । खमगरिसिणा करे सा धरिया भणिया य एरिसगं ।।२४।। हंहो कडपूयणि पूयनिजचरणा इमे खमगसाहू । वञ्जिय वंदेसि तिकालभोइणं खुड्डयमिमंति ॥२५।। सा भणइ भावखमगं वंदे हैं दब्बो इमे खमगा। एस विसेसो कल्ले पभायसमए फुडं होही ॥२६॥ सो दोसीणस्स कए पभायसमए गिहेसु सड्डाण । आहिंडिय वसहिगओ इरियावहियं पडिक्कमियं ।।२७।। भत्तं पाणं चालोइऊण खमगे निमंतए जाव। लोगेण
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