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सप्तदश चंद्रप्रज्ञप्ति सूत्र षष्ठ-उपाङ्ग +8
दोणिणक्खाता जोतेति ? तंजहा पुवाफग्गुणिय, उत्तराफग्गुणिया ॥ ता चेत्तीणं पुणिम कति णक्खत्ता जोतेति ? ता दोणि नक्खत्ता जोतेति संजहा हत्थो, चित्ताय, ॥ ता विसाहि पुष्णिम कति गक्खत्ता जोतेति ? ता दोणि णक्खत्ता जोयंति ? तंजहा-साती, विमाहायता जामुलीणं, पणमासीणं कति खत्ता जोतेति ? ता तिणि नक्खत्ता जोतिति, तंजहा-अणुराहा, जेट्ठा, मूल ५॥ता आसाढीणं पोण्णमासि कति नक्खत्ता जोतेति! ता दोणि नक्वत्ता जातेति अहो भगवन् ! फाल्गुन मास की पूर्णिमा को कितने नक्षत्र का योग होवे ? अहो शिष्य दो नक्षत्रों का योग होवे जिन के नाम-१ पूर्वाफ लगती और २ उत्तराफाल्गुनी. अहो भगगन ! चैत्र मास की पूर्णिमा को अ कितने मक्षत्र का योग होवे ? असे शिष्य! दो नक्षत्र का योग होवे जिनके नाम-स्त और २ चित्रा-14 अहो भगवन् : वैशाखी पूर्णिमा को कितने नक्षत्र का योग होवे ? अहो शिष्य ! दो नक्षत्र का योग होने जिन के नाम-स्वाति और विशाखा. अहो भमवन् ज्येष्ट मास की पूर्णिमा को कितने नक्षत्र का योग होवे ? अहो शिष्य ! तीन नक्षत्रों का योग होवे जिन के नाम-१ अनुराधा २ ज्येष्छा और ३ मूल. अहो भगान् ! अषाढ मासकी पूर्णिमा को कितने नक्षत्र का योग होने ? अहो शिष्य ! दो
दशवा पाहुड का छठा अंतर
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