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________________ वाससहस्सासहस्साई उक्कोसण गोयमा! जहन्नेणं देसूणाई दो वाससयाई उक्को० देसूणाओ दो पुत्वकोडीओ, सुहमसंपरागसंजया णं भंते ।। पुच्छा, गोयमा !जह. एक समयं उक्कोसेणं अंतोमुहुत्तं, अहक्खायसंजया जहा सामाइयसंजया २९॥ सामाइयसंजयस्सरणं भंते ! केवतियं कालं अंतरं होइ ?, गोयमा ! जहन्नेणं जहा पुलागस्स एवं जाव अहक्खायसंजयस्स, सामाइयसं० भंते ! पुच्छा, गोयमा ! नत्थि अंतरं, छेदोवट्ठावणिय पुच्छा, गोयमा ! जहनेणं तेवहिं वाससहस्साई उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकाडीओ, परिहारविसुद्धियस्स पुच्छा, गोयमा! जहन्नेणं चउरासीई वाससहस्साई उक्कोसेणं अट्ठारस सागरोवमकोडाकोडीओ, सुहमसंपरायाणं जहा नियंठाणं, अहक्खायाणं जहा सामाइयसंजयाणं ३० ॥ सामाइयसंजयस्स णं भंते ! कति समुग्घाया पन्नत्ता ?, गोयमा ! छ समुग्घाया पन्नत्ता, तं जहाकसायकुसीलस्स, एवं छेदोवट्ठावणियस्सवि, परिहारविसुद्धियस्स४॥ जहा पुलागस्स, सुहुमसंपरागस्स जहा नियंठस्स, अहक्खायस्स जहा सिणायस्स ३१॥ सामाइयसंजए णं भंते ! लोगस्स किं संखेजइभागे होज्जा असंखेजइभागे पुच्छा, गोयमा! नो संखेजइ जहा पुलाए, एवं जाव सुहमसंपराए । अहक्खायसंजए जहा सिणाए ३२॥ सामाइयसंजए णं भंते ! लोगस्स किं संखेजहभागं फुसइ जहेव होजा तहेव फुसइ ३३ ॥ सामाइयसंजए णं भंते ! कयरंमि भावे होजा?, गोयमा! उवसमिए भावे होजा, एवं जाव सुहमसंपराए, अहक्खायसंपराए पुच्छा,गोयमा ! उवसमिए वा खइए वा भावे होज्जा ३४ । सामाइयसंजयाणं भंते ! एगसमएणं केवतिया होज्जा ?, गोयमा ! पडिवजमाणए य पडुच्च जहा ॥ सामाइया एवं छेदोवटावायरस ३१ ॥ लाए, एवं जाव Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600226
Book TitleBhagwati sutram Part 03
Original Sutra AuthorAbhaydevsuri
Author
PublisherAgamoday Samiti
Publication Year1921
Total Pages654
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size13 MB
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