________________
वेदणा महानिजरा?, नो तिणढे समढे, सिय भंते ! नेरतिया महासवा अप्पकिरिया अप्पवेदणा अप्पनि
जरा ?, णो तिणढे सम४८, सिय भंते ! नेरड्या अप्पासवा महाकिरिया महावेदणा महानिजरा ?, Pनो तिणढे समढे ९, सिय भंते ! नेरइया अप्पासवा महाकिरिया महावेदणा अप्पनिजरा ?, नो तिणढे समढे
१०, सिय भंते ! नेरइया अप्पासवा महाकिरिया अप्पवेयणा महानिजरा?, नो तिणहे समढे ११, सिय भंते ! नेरइया अप्पासवा महाकिरिया अप्पवेदणा अप्पनिजरा?, णो तिणढे समढे १२, सिय मंते ! नेरइया अप्पासवा अप्पकिरिया महावेयणा महानिजरानो तिणढे समढे १३, सिय भंते ! नेरतिया अप्पासवा अप्पकिरिया महावेदणा अप्पनिजरा ?, नो तिणढे समढे १४, सिय भंते ! नेरइया अप्पासवा' अप्पकिरिया अप्पधेयणा महानिजरा?, नो तिणढे समढे १५, सिय भंते ! नेरइया अप्पासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा अप्पनिज्जरा ?, णो तिणढे समढे १३, एते सोलस भंगा । सिय भंते ! असुरकुमारा महा-PERFR E सवा महाकिरिया महावेदणा महानिजरा?, णो
#WFFFF तिणढे समढे, एवं चउत्थो भंगो भाणियचो, सेसा #F REE F Www | पन्नरस भंगा खोडेयचा, एवं जाव थणियकमारा, # FEEn www FEE |सिय भंते ! पुढविकाइया महासवा महाकिरिया महावेषणा महानिराहता, एवं जाक-सिय भंते ! पुढ
अ म
अ अ अ ना० २ असुरादेः ४ पृथ्व्यादेः १६ व्यन्तरादेः ४
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org