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________________ पणते, तापमाणमेत्ते, का धम्मत्यिक दस से | अवण्णे जाव अस्वी जीवे सासए अवट्ठिए लोगव्वे, से समासओ पंचविहे पण्णसे, तंजहा-दवओ जाव गुणओ, दवओ णं जीवत्थिकाए अणंताई जीवदव्वाई, खेसओ लोगप्पमाणमत्ते कालओ न कयाइन आसि जाव निच्चे, भावओ पुण अवण्णे अगंधे अरसे अफासे, गुणओ उवओगगुणे । पोग्गलस्थिकाए णं भंते! कतिवण्ण कतिगंधे० रसेकफासे?, गोयमा!पंचवण्णे पंचरसे दुगंधे अट्ठफासेरूवी अजीवे सासए अवट्टिए लोगव्वे, से समासओ पंचविहे पण्णत्ते, तंजहा-व्वओ खेत्तओ कालओ भावओ गुणओ, व्वओ णं पोग्गलस्थिकाए अणंताई व्वाई, खेत्तओ लोयप्पमाणमेत्ते, कालओन कयाइन आसि जाव निच्चे, भावओ वण्णमंतेगंधरसफासमंते,गुणओगहणगुणे। (सू०११८) एगे भंते! धम्मत्थिकायपदेसे धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्वं || सिया?,गोयमाणो इणहे समहे,एवं दोन्निवि तिन्निवि चत्तारिपंच छ सत्तअट्ठ नव दस संखेजा, असंखेजा भंते! धम्मत्थिकायप्पएसा धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्वं सिया ?, गोयमा ! णो इणढे समढे, एगपदेसूणेविय णं भंते ! धम्मत्थिकाए २ति वत्तव्वं सिया ? णो तिणढे समढे, से केणटेणं भंते ! एवं बुचा ? एगे धम्मत्थिकायपदेसे नो धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्वं सिया जाव एगपदेसूणेवि य णं धम्मत्थिकाए नो धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्वं सिया ?, से नूर्ण गोयमा ! खंडे चक्के सगले चक्के ?, भगवं ! नो खंडे चक्के सकले चक्के, एवं छत्ते चम्मे दंडे दूसे * आउ पहे मोयए, से तेणटेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-एगे धम्मत्थिकायपदेसे नो धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्वं सिया जाव एगपदेसूणेविय णं धम्मत्थिकाए नो धम्मत्थिकाएत्ति वत्तव्वं सिया ॥से किंखातिए णं भंते ! धम्म dan Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600224
Book TitleBhagwati sutram Part 01
Original Sutra AuthorAbhaydevsuri
Author
PublisherAgamoday Samiti
Publication Year1918
Total Pages656
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size13 MB
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