SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 72
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आवश्यक- 'पुव्वं ठंति य गुरुणो' गाहा प्रकटार्था ॥१५४४॥ 'चउरंगुल'त्ति चत्तारि अंगुलाणि पायाणं अंतरं करेयवं, मुहपोत्तिं ५कायोत्सहारिभ- 'उजुए'त्ति दाहिणहत्थेण मुहपोत्तिया घेत्तवा, डब्बहत्थे रयहरणं कायब, एतेण विहिणा 'वोसठ्ठचत्तदेहोत्ति पूर्ववत्, | गर्गाध्य द्रीया काउस्सग्गं करिजाहित्ति गाथार्थः ॥ १५४५ ॥ गतं विधिद्वारम् , अधुना दोषावसरः, तत्रेदं गाथाद्वयं-'घोडगे'त्यादि कायोत्स गंदोषाः ॥७९८॥ ___ आसुब विसमपायं गायं ठावित्तु ठाइ उस्सग्गे । कंपइ काउस्सग्गे लयव्व खरपवणसंगेणं ॥ १॥ खंभे वा कुड्डे वा अवठंभिय ठाइT" काउसग्गं तु । माले य उत्तमंगं अवठंभिय ठाइ उस्सग्गं ॥२॥ सबरी वसणविरहिया करेहि सागारियं जह ठवेइ। ठइऊण गुज्झदेसं करेहि तो कुणइ उस्सगं ॥३॥ अवणामिउत्तमंगो काउस्सग्गं जहा कुलवहुव्व । नियलियओविव चलणे वित्थारिय अहव मेलविउं॥४॥काऊण चोलपट्ट द अविधीए नाभिमंडलस्सुवरि । हिट्ठा य जाणुमित्तं चिट्टई लंबुत्तरुस्सग्गं ॥ ५॥ उच्छाईऊण य थणे चोलगपट्टेण ठाइ उस्सग्गं । दसाइरक्खणट्ठा अहवा अन्नाणदोसेणं ॥ ६॥मेलित्तु पण्यिाओ चलणे वित्थारिऊण बाहिरओ। ठाउस्सग्गं एसो बाहिरउद्धी मुणेयव्वो॥७॥ अंगुढे मेलविउं वित्थारिय पण्हियाओ बाहिं तु।ठाउस्सग्गं एसो भणिओ अभितरुद्धित्ति ॥ ८॥ कप्पं वा पट्ट वा पाइणिउं संजइव्व उस्सग्गं । ठाइ य खलिणं व जहा रयहरणं अग्गओ काउं॥९॥भामेइ तहा दिढि चलचित्तो वायसुव्व उस्सग्गे । छप्पइआण भएणं कुणई अ पढें कविठं व ॥१०॥ सीसं पंकपमाणो जक्खाइट्ठव्व कुणइ उस्सग्गं । मूयव्व हुअहुअंतो तहेव छिज्जंतमाईसु ॥ ११ ॥ अंगुलिभमुहाओवि य चालतो तय कुणइ है। ७९८॥ | उस्सग्गं । आलावगगणणट्ठा संठवणत्थं च जोगाणं ॥ १२ ॥ काउस्सग्गमि ठिओ सुरा जह बुडबुडेइ अव्वत्तं । अणुपेहंतो तह वानरुव्व चालेइ ओट्ठउडे ॥ १३ ॥ एए काउस्सग्गं कुणमाणेण विबुहेण दोसा उ । सम्मं परिहरियव्वा जिणपडिकुट्ठत्तिकाऊणं ॥ १४ ॥ 'नाभीकरयलकुप्पर उस्सारे पारियमि थुइ'त्ति नियुक्तिगाथाशकलं लेशतोऽदुष्टकायोत्सर्गावस्थानप्रदर्शनपरं विध्य NAMASALAMGAROO 555755क Jaln Education in For Personal & Private Use Only Io nelibrary.org
SR No.600223
Book TitleAavashyaksutram Part 04
Original Sutra AuthorHaribhadrasuri
Author
PublisherAgamoday Samiti
Publication Year1917
Total Pages208
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_aavashyak
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy