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________________ विद्वेषणकमे उच्चाटनकर्म शान्तिकर्म वरुणदिशि पौष्टिक कर्म नैऋत्यदिशि भनिदिशि वायन्यदिशि अर्धरात्रि GOODBCBGesam प्रभातकाल संध्याकाळ अपराहकाल 8 अथ अष्ट कर्मप्रयोग विधिविधानम् - वश्यकर्म ___ आकर्षणकर्म । स्तंभनकर्म | मारणकर्म कुवेरदिशि यमदिशि पूर्वाभिसन्मुख इशानदिशि पूर्वाहकाल মুশঙ্কিা पूर्वाहकाल संध्याकाल सरोजमुद्रा अंकुशमुद्रा शंखमुदा वजमुद्रा स्वस्तिकासन दंडासन वासन भद्रासन वषट्पलष वौषट्पलुव ठठपल्लव घेषेपल्लव रक्तवस्त्र उदपार्कवस्त्र पीतवस्त्र कृष्णवस्त्र ज्ञानमुद्रा ज्ञानमुद्रा प्रवालमुद्रा कुर्कुटासन प्रवालमुद्रा कुर्कुटासन पंकजासन पंकजासन स्वाहापल्लव स्वधापल्लव श्वेतवन घेतवस्त्र धूम्रवस धूम्रवस्त्र रक्तपुष्प रक्तपुष्प पीतपुष्प कृष्णपुष्प धूम्रपुष्प धूम्रपुष्प श्वेतपुष्प श्वेतपुष्प श्वक्तवर्णभ्यान । श्वेतध्यान । रक्तभ्यान रक्तध्यान पतिध्यान । कृष्णध्यान | धुम्रज्यान धूभ्रष्यान Jain Education n ational For Personal Private Use Only wwwine bary.org
SR No.600214
Book TitleVidyaratna Mahanidhi
Original Sutra AuthorBhadraguptasuri
Author
PublisherMahavir Granthmala
Publication Year1936
Total Pages50
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size5 MB
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