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स्थापना चेपम्-METREED
स्थापना चेयम्
एते एव त्रिविधत्रिविध-त्रिविधद्विविध-त्रिविधैक विध-स्वरूपानुमतिप्रत्याख्यानसहितभङ्गत्रिकयुक्ता नव ।
तत्र चेयं गाथातिनि तिया तिन्नि दुया, तिनिकिक्का य हुँति जोगेसु । तिदुइकं तिदुइकं तिदुइक्कं, चेव करणाई ॥
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म०व० का
क. का० अ० स्थापना चेयम्
उत्तरभङ्गाः | १ | ३ | ३ | ३ | षड् भङ्गा एव सर्वोत्तरभङ्गविवक्षया एकविंशतिः
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