________________
द डा०२१
तिविहं एक्कविहेण ण करेति ३ मणसा ५, अड्वा ण करेति ३ वयसा ६, अहवा न करेति ३ कारणे ७, एते सत्त भंगा तिविहं अमुयंतेण लद्धा । दुविहं तिविहेण—ण करेति ण कारवेति मणसा वायाए कारण १, अहवा न करेति करेंतं नाणुजाणति मणसा ३ - २, अहवा ण कारवेति करेंतं नाणुजाणति मणसा ३-३, एते तिण्णि भंगा दुविहं |तिविहेण लद्धा । दुविहं दुविण न करेति न कारवेति मणसा वायाए १, अहवा ण करेति ण कारवेति मणसा काएण २, अवा ण करेति न कारवेति वायाए कारण ३, अहवा ण करेति करंतं नाणुजाणति मणसा वायाए ४, अहवा ण करेति करंतं नाणुजाणति मणसा कारण ५, अहवा ण करेति करंतं नाणुजाणति वयसा काएण ६, अहवा ण कारवेति करंतं नाणुजाणति मणसा वायाए ७, अहवा ण कारवेति करंतं नाणुजाणति मणसा कारण ८, अहवा न कारवेति करंतं नाणुजाणति वायाए कारणं ९, एते नव भंगा दुविहं दुविहेण लद्धा । दुविहं एक्कविणण करेति न कारवेति मणसा १, अहवा न करेति न कारवेति वायाए २, अहवा न करेति न कारवेति कारणं ३, अहवा ण करेति करंतं ण समणुजाणति मणसा ४, अहवा ण करेति करेंतं नाणुजाणति वायाए ५, अहवा ण करेति करेंतं नाणुजाणति १० कारण ६, अहवा ण कारवेति करेंतं नाणुजाणति मणसा ७, अहवा ण कारवेति करेंतं नाणुजाणति वायाए ८, अहवा ण कारवेति करेंतं णाणुजाणति कारण ९, एते णव भंगा दुविहं एक्कविहेण लद्धा । एक्कविहं तिविहेण ण करेति मणसा वायाए कारण १, अहवा ण कारवेति मणसा ३ - २, अहवा करंतं नाणुजाणति मणसा ३-३, एते तिणि भंगा एक्कविहं तिविहेण लद्धा । एक्कविहं दुविहेणं-ण करेति मणसा वायाए १, अहवा ण करेति मणसा कारण २, अहवा ण करेति वायाए कारणं ३, अहवा ण कारवेति मणसा वायाए ४, अहवा ण कारवेति मणसा काएणं ५, अहवा कारवेति वाताए काएणं ६, अहवा करेंतं नाणुजाणति मणसा वायाए ७, अहवा करेंतं नाणुजाणति मणसा काएणं ८, अहवा करेंतं नाणुजाणति वायाए कारणं ९, एते णव भंगा एक्कविहं दुविहेण लद्धा । एक्कविहं एक्कविहे - १ “ एते तिनि वि५-६-७ भंगा पायसो सुण्णा" इति वृद्धविवरणे ॥
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org