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श्रीकल्प
किरणाव टीका
॥३२॥
व्या००
हजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि १७ । श्रीशांतिनाथना निर्वाणथी अर्द्धपल्योपमे श्रीकुंथुनाथनिर्वाण, त्यारपछी पल्योपमनो चोथो भाग तथा पांसठलाख चौराशीहजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि १६ । श्रीधर्मनाथना निर्वाणथी पोणोपल्योपम ओछा एवा त्रण सागरोपमें श्रीशांतिनाथनिर्वाण, त्यारपछी पोj पल्योपम तथा पांसठलाख चोराशीहजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि १५। श्रीअनंतनाथना निर्वाणथी चार सागरोपमे श्रीधर्मनाथनिर्वाण, त्यारपछी त्रण सागरोपम पांसठलाख चोराशीहजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि १४ । श्री विमलनाथना निर्वाणथी नव सागरोपमे श्रीअनंतनाथनिर्वाण, त्यारपछी सात सागरोपम पांसाठलाख चोराशीहजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि १३ । श्रीवासुपूज्यना निर्वाणथी त्रीस सागरोपमे श्रीविमलनाथनिर्वाण, त्यारपछी सोल सागरोपम पांसठलाख चोराशीहजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि १२ । श्रीश्रेयांसनाथना निर्वाणथी चोप्पन सागरोपमे श्रीवासुपूज्यनिर्वाण, त्यारपछी छेतालीस सागरोपम पांसठलाख चोराशीहजार नवसो अंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि ११ । श्रीशीतलनाथना निर्वाणथी एकसो सागरोपम छासठलाख छब्बीसहजार वर्ष ओछां एवा एककोडी सागरोपमे श्रीश्रेयांसनिर्वाण, त्यारपछी त्रण वर्ष साडाआठ मास अने बेंतालीसहजार वर्ष ओछां एवा छासठलाख छब्बीसहजार वर्षे अधिक एवा एकसो सागरोपमे श्रीवीरनिर्वाण, त्यारपछी नवसो अॅसी वर्षे पुस्तकवाचनादि १० श्रीमुविधिनाथना निर्वाणथी नवकोडीसागरोपमे श्रीशीतल| निर्वाण, त्यारपछी तालीसहजार वर्ष त्रण वर्ष साडाआठमास ओछां एवा एककोडी सागरोगमे श्रीवीरनिर्वाण, त्यारपछी नवसो अशी बर्षे पुस्तकवाचनादि ९। श्रीचंद्रप्रभुना निर्वाणथी नेवु कोडी सागरोपमे श्रीमुविधिनिर्वाण, त्यारपछी बेंता
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