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________________ * रिपोर्ट तृतीय वर्ष श्री अखिल विश्व जैन मिशन धर्म व हिंसा मार्ग की ओर आकर्षित हुए । मिशन का साहित्य कुछ सार्वजनिक पुस्तकालयों में भेंट दिया जिसके द्वारा आम जनता भी साथ उठा रही है पुस्तकालओं के संचालकों से 'अहिंसावाणी' मनाने के लिये निवेदन किया गया है। मोतीलाल जैन संयोजक अखिल विश्व जैन मिशन नागपुर शाखा का सांक्षिप्त कार्य विवरण ---- अखिल विश्व जैन मिशन की एक शाखा नागपुर में दो वर्षों से स्थापित हो गई है और वह अपना कार्य सुचारु रूप से चला रही हैमिशन द्वारा भेजा गया साहित्य गत वर्ष तथा इस वर्ष महावीर जयन्ती उत्सव की आम सभा में बांटा गयाजबलपुर को तारण जयन्ती उत्सव पर भी साहित्य बाँटा गया— अमेरिका की क्रेट मिशन के एक कार्यकर्त्ता वर्ग रेवरेन्ड ग्रूम साहिव को मिशन के उद्देश्य को समझाया और उन्होंने यह कार्यक्रम बहुत पसन्द किया । मध्यप्रदेश की हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की माननीय सिन्हा, मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मन्त्री माननीय डा० बालिंग, पी० डब्ल्यू डी के मन्त्री माननीय की अभिभोज - अर्थ मंत्री माननीय श्री त्रिजलाल जी बियाणी संह 3 आदि को ट्रेक्ट तथा voice of Ahenisa की प्रतियाँ भेंट की गई । नागपुर के पास खापरखेड़ा विधुन केन्द्र के इंजीनियर श्री शाह तथा श्री केवलचन्द्र जी जैन को भी साहित्य दिया गया - आप लोग शीघ्र ही उच्च शिक्षा के लिये विदेश जाने वाले हैं वहाँ आप साहित्य वितरण करेंगेश्री. खुशालचन्द जी जैन एम० ए० एल० एल० बी०, बी० काम० अभी लंदन से वापिस आये है आपको भी साहित्य दिया गया- आपने वचन दिया कि अब जब वे विदेश जावेंगे अवश्य वहाँ जाकर मिशन का प्रचार करेंगे - साहित्य नागपुर विश्वविद्यालय की लायब्रेरी को भी दिया गया । रामटेक की पंचकल्याणक प्रतिष्ठा के अवसर पर भी साहित्य बाँटा गया - यहाँ पर श्री जोहरापुस्कर जी वकील डा० - सी० बी० जोगी, श्री चापसी भाई शान्त बी० ए० एल० एल० बी० विजय किरण जी जैन एम० ए० श्री लालचन्द जी बी० ए० आदि उत्साही कार्यकर्त्ता हैं । - ज्ञान चंद जैन संयोजक मेरठ केन्द्र का प्रचार विवरण मेरठ में श्रीमती शान्तिकुमारी जी के अपूर्व उत्साह से कुछ उल्लेखनीय कार्य हुआ । उन्होंने सदस्यादि बनाने के प्रतिरिक्त अपनी सहेलियों को जैन साहित्य
SR No.543515
Book TitleAhimsa Vani 1952 06 07 Varsh 02 Ank 03 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamtaprasad Jain
PublisherJain Mission Aliganj
Publication Year1952
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Ahimsa Vani, & India
File Size30 MB
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