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________________ अनेकान्त 68/3, जुलाई-सितम्बर, 2015 विषयानुक्रमणिका विषय लेखक का नाम पृष्ठ संख्या 1. स्थायी स्तम्भ- युगवीर-गुणाख्यान प्रा. निहालचंद जैन 2. संपादकीय-दर्शनमोहनीय और.... डॉ. जयकुमार जैन 3. इतिभासियाइं का दार्शनिक विवेचन डॉ. धर्मचन्द जैन 4. जैन साहित्य में लेश्या-विमर्श डॉ.श्रीमतीराका जैन 5. गाँधी और जैनदर्शन प्रो. बच्छराज दूगढ़ 6. अर्जन के साथ विसर्जन के सूत्र सुधा भण्डारी उत्तराध्ययन के परिप्रेक्ष्य में 5-7 8-14 15-32 33-47 48-54 55-64 7. Need of the Day-Comparative Prof. Sagarmal Jain 65-69 Study of Indic-religions 8. सम्मइसुत्तं में प्रतिपादित सह-अस्तित्व श्रीमती दीप्ति मेहता 70-79 का दार्शनिक विवेचन 9. न्यायविद्या स्वरूप एवं परंपरा डॉ. योगेश कुमार जैन 80-90 10. पुरस्कार एवं सम्मान वी. के. जैन, महामंत्री 91 11. पुस्तक समीक्षा प्रा. निहालचंद जैन 92-93 12. पाठकों के पत्र ..... 13. नवीन कार्यकारिणी समिति-2015 14. वीर सेवा मंदिर के प्रकाशन ग्रन्थों पर विशेष छूट
SR No.538068
Book TitleAnekant 2015 Book 68 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2015
Total Pages384
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size1 MB
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