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________________ अनेकान्त 66/1, जनवरी-मार्च 2013 13. अपराजित पृच्छा - आचार्य भुवनदेव, पेज - 221, 225, 226 14. देवता मूर्ति प्रकरण मण्डन - पृ.-7,21 15. अपराजित पृच्छा पृ. - 221, 36 16. अपराजित पृच्छा पृ. - 221,36 17. अपराजित पृच्छा पृ. - 220, 33, 34 18. हिन्दु तथा जैन प्रतिमा विज्ञान डॉ. पंकजलता पृ. - 392 19. दि जैन स्तूप अदर एण्टीक्विटीज, द्वितीय संस्करण, बी.ए. स्मिथ, पृ. - 19,56 -164, आर्य समाज रोड़, रामपुरा, कोटा - ३२४००६ (राजस्थान श्रद्धाञ्जलि श्री मल्लिनाथ जैन, सर्वप्रिय विहार नई दिल्ली। श्री मल्लिनाथ जैन सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर (जल) आपूर्ति का देहावसान २ दिसम्बर, २०१२ को ८९ वर्ष की आयु में एक अल्प बीमारी के पश्चात समता भाव पूर्वक हो गया। यह हमारे लिए एक दुःखद समाचार है। आप सादा जीवन और उच्च विचारों के अनुपालक रहे। आप वीर सेवा मन्दिर के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व अध्यक्ष भी रहे। आप यूनाइटेड नेशन्स' एवं जलापूर्ति के क्षेत्र में सुलभ-इन्टरनेशनल के सलाहकार के रूप में रहे। शिक्षा के लिए समर्पित आपका जीवन दूसरों की सदैव मदद करने और धार्मिक सेवायें देने में अग्रणी रहा। आप अपने पीछे धर्मपत्नी (श्रीमती रूपवती) दो पुत्र और एक पुत्री का भरापूरा परिवार छोड़ गये हैं। वीर सेवा मन्दिर परिवार - दिवंगत आत्मा की अक्षय शांति एवं सद्गति के लिए मंगल कामना करता है।
SR No.538066
Book TitleAnekant 2013 Book 66 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2013
Total Pages336
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size7 MB
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