SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 73
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अनेकान्त 62/3, जुलाई - सितम्बर 2009 17. मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन (मूलाचार वृत्ति 11/5) 18. स्वामी कार्तिकेय - स्वामी कार्तिकेयानुप्रेक्ष्या 389 19. आ. पूज्यपाद - सर्वार्थसिद्धि 9/6/412/ 20. आ. पूज्यपाद - सर्वार्थसिद्धि 9/6/ 21. आचार्य वीरसेन - धवला 2, 1, 3, 22. मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन (पंच संग्रह प्राक़त 12) 23. स्वामि कार्तिकेय - स्वामीकार्तिकेयानुप्रेक्षा 399 24. आ. पूज्यपाद - सर्वार्थसिद्धि 9/6 25. मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन (मूलाचार वृत्ति 11/5) 26, मूलाचार का समीक्षात्मक अध्ययन(प्रवचनसार तात्पर्यवृत्ति 79/100/12) 27. आ० पूज्यपाद - सर्वार्थसिद्धि 7,9,7. 28. कार्तिकेय स्वामी - स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्ष्या 401. 29. आचार्य पद्मनन्दि जी, पंचविंशतिका 1/101/40 30. मुनि प्रमाण सागर, जैन तत्त्वविद्या, पृ. 188 31. कार्तिकेय स्वामी, स्वामिकार्तियानुप्रेक्षा, 402 32. तत्त्वार्थधिगम भाष्य 9/6/10 33. कार्तिकेय स्वामी, स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्षा, गाथा 403 34. आचार्य पूज्यपाद, सर्वार्थसिद्धि 9/6 - कोहॅडार, इलाहाबाद दिनांक 27 दिसम्बर 2009 रविवार को प्राच्य विद्या महार्णव पं. जुगलकिशोर 'मुख्तार' के जन्म जयन्ती के पावन प्रसंग पर संस्था सभागार में पं. जुगलकिशोर मुख्तार स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन किया जा रहा है। सुधी पाठको से अनुरोध आप इस व्याख्यानमाला में सम्मिलित होवें।
SR No.538062
Book TitleAnekant 2009 Book 62 Ank 03 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2009
Total Pages192
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size1 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy