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________________ वीर सेवा मन्दिरका मासिक अनकान्त (पत्र-प्रवर्तक : प्राचार्य जुगल किशोर मुख्तार 'युगवीर') वर्ष ४३ : कि०४ अक्टूबर-दिसम्बर १९६० इस अंक मेंक्रम विषय १. जिनवाणी-महिमा २. कन्नड के जैन साहित्यकार-श्री राजमल जैन ३. अज्ञात जैन कवि हरिसिंह का काम -डा० गगाराम गर्ग ४. आ० अमतचन्द्र का २३वा कलश -श्री मागीलाल जैन ५. सस्कृत जैन काव्यशास्त्री और उनके ग्रन्थ -~-डा० कपूरचन्द जैन ६. महेबा का जैन मन्दिर-श्री नरेश कुमार पाठक ७. उद्देशिक आहार - श्री बाबूलाल जैन ८. केन्द्रीय सग्रहालय गूजरी महल की प्रतिमा -श्री नरेश कुमार पाठक ह जैन की पहिचान . अपरिग्रह _ -श्री पद्म चन्द्र शास्त्री, सम्पादक १०. 'तीर्थड्वर' में प्रकाशित आरोपों का खण्डन -श्री सुभाष जैन ११. पचकल्या कणक प्रतिष्ठाय-सपादक आवरण १२. स्त्रियों द्वारा जिनाभिषेक निषिद्ध है -श्री तेजकुमार गगवाल आवरण प्रकाशक : वीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२
SR No.538043
Book TitleAnekant 1990 Book 43 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1990
Total Pages144
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size8 MB
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