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________________ वीर सेवा मन्दिरका त्रैमासिक 312 अनेकान्त (पत्र प्रवर्तक : प्राचार्य जुगल किशोर मुख्तार 'युगवीर') वर्ष ४३: कि० १ जनवरी-मार्च १९६० इस अंक मेंक्रम विषय १. मृनिवर-स्तुति २. प्रद्युम्न चरित मे उपलब्ध राजनैतिक सन्दर्भ - डा. श्रीमती विद्यावती जैन ३. ईसामसीह और जैनधर्म जस्टिस एम० एल० जैन | ४. निर्विकल्पता का विचार 1 डॉ० सुपार्श्व कुमार जैन ५. पं० नाथूराम प्रेमी का साहित्यिक अवदान -श्री मुन्न लाल जैन ६. महाराष्ट्र में जैन धर्म--डॉ० भागचन्द भास्कर ७. संस्कृत जैन काव्य शास्त्री और उनके ग्रन्थ -डॉ० कपूरचन्द जैन खतौली ८. शुद्धि पत्र-धवलापु० ३-५० जवाहरलाल शास्त्रा ६. अज्ञात जैन कवि हरिसिंह को रचनाएं -डा. गंगाराम गर्ग १०. कुछ स्मृतिया-सम्पादक ११. 'निष्काम साधक' -डा० महेन्द्र सागर प्रचण्डिया | १२. परिग्रही को आत्म-दर्शन कहाँ ? -संपादक आवरण २ - प्रकाशक: धीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२
SR No.538043
Book TitleAnekant 1990 Book 43 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1990
Total Pages144
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size8 MB
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