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________________ देहलीमें वीर-सेवा-मंदिर ट्रस्टकी मीटिंग आज ०२०-१०-१६५२ दोपहरको २ बजे :-ट्रस्टियोंकी यह मीटिंग प्रस्ताव करती है कि बीरला. राजकाजी जैनके निवास स्थान नं. २३ सेवा-मन्दिरको सुव्यवस्थित करने और ट्रस्ट के दरियागंज, देहलीमें ट्रस्ट्रियान वीर-सेवा-मन्दिरकी एक उद्देश्यों की पूति करने के लिये रजिस्ट्रेशन मीटिंग हुई, जिसमें निम्न-महानुभाव उपस्थित थे। सुसाइटीज एक्ट के अनुसार रजिष्ट्री कराया १-श्री पं० जुगलकिशोरजी मुख्तार ट्रस्ट्री। जाय, और उसका सब विधान बाबू जय २-बाबू जय भगवान्जी एडवोकेट । भगवानजी जैन एडवोकेट पानीपत बनाकर ३-ला. जुगलकिशोर जी कागजी। तय्यार करेंगे। ४-ला. रामकृष्णजी (विशेषरूपसे आमंत्रित) -यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि इस संस्थाके ५-बाबू जिनेन्द्रकिशोरजी ( ) काममें वीर निर्वाण संवतको व्यवहारमें लाया निम्न प्रस्ताव सर्वसम्मतिसे पास हुग: जाय। १-बीर-सेग-मन्दिरके स्टियोंकी यह मीटिंग है-यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि वीर-सेवा-मंदिरम. नानकचन्दजी रिटायर्ड एस डी० पी० का स्थायी दफ्तर देहलीमें रहेगा। सामावा, इस्ट्री वीर-सेवा-मन्दिरके आकस्मिक निधन पर शोक प्रस्ताव करती है तथा उनके १०-यह कमेटी प्रश्नाव करती है कि इस सम्थाके कुटुम्धियोंमे उनके इस वियोग जन्य दु.खमें निम्न कार्यों के लिये यथा साध्य योग्य विद्वानोंकी हार्दिक समवेदना प्रकट करती है। योजना की जाय। इस प्रस्तावकी एक कापी उनके पुत्र डा. १-अनेकान्त सम्पादन । अमरचन्दजी सरसावाके पास भेजी जाय। -जैन प्रन्थोंका अग्रेजीमें अनुवाद । २-यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि बाबू नानकचन्द- ३-पुरातत्वको खोज और तत्सम्बन्धी साहित्यका जीके रिक्त स्थान पर डा. श्रीचन्दजी जैन संगल प्रकाशन। एटाको ट्रम्दा ना जाता है। ११-यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि दरियागंज -यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि वीर-सेवा-मन्दिर नं. २१ में जो जमीन हाल में बा० छोटेलालजी ट्रस्टके निम्न तीन व्यक्ति ट्रस्टी चुने गए-ला. व नंदलालजी कलकत्तने अपनी स्वर्गीया माताजीराजकृष्ण जी, था. जिनेन्द्रकिशोर जी देहली की ओरसे ४० हजारमें संस्थाको खरीद करवा दी और सेठ छदामीलालजी फिरोजाबाद। है उसके लिये यह कमेटी उन दोनों सज्जनोंको ४- यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि वीर-सेवा-मन्दिर हार्दिक धन्यवाद प्रदान करती है। और यह आशा के भावी कार्यक्रमकी रूप-रेखा बा० जय भगवान करती है कि उनका कमेटीको हार्दिक सहयोग जी एडवोकेट पानीपत तय्यार करें। सदा प्राप्त होता रहेगा। ५-यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि या० नेमचन्दजी १२-यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि वीर-सेवा-मंदिरवकील सहारनपुरका मन्त्रीपदसे स्तीका पेश १५ के दफ्तरके लिये ला० राजकृष्णजी जैन देहलीने हुमा जो सर्वसम्मतिसे पास हुभा और उनके एक वर्ष के लिये बिना किसी किरायेके जो मकान स्थान पर बाबू जय भगवानजी एडवोकेट पानीपत मन्त्री दिये हैं उनके लिये यह ट्रस्ट कमेटी उन्हें धन्यवाद चुने गए। प्रदान करती है। ६-यह कमेटी प्रस्ताव करती है कि लाला राजकृष्णजी बीर-सेवा-मन्दिर ट्रस्ट के कार्यालयकी व्यवस्था -बा. जयभगवानजी एडवोकेट व निरीक्षण करते रहें। मन्त्री वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट
SR No.538011
Book TitleAnekant 1952 Book 11 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1952
Total Pages484
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size29 MB
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