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________________ सम्पादक-पं० जुगलकिशोर मुख्नार ...--विषय-सूची वर्ष ८ - किरण ३ १ पापभार-बहनकी मर्यादा पृष्ठ १०५ २ बौद्धाचार्य बुद्धघोष और महावीर-कालीन जैन-[बा० ज्योतिप्रसाद जैन एम० ए० एल एल० बी० १०६ ३ भविष्यवाणी (कविता)-[पं० काशीराम शर्मा 'प्रफुल्लित' १०८ ४ हमारी यह दुर्दशा क्यों ?-[सम्पादकीय ५०६ ५ कौनसा कुंडलगिरि सिद्धक्षेत्र है ? [न्या. पं० दरबारीलाल कोठिया ११५ ६ भगवान महावीर-[पं० परमानन्द जैन शास्त्री और शामी ११७ ७ आधनिक जैन साहित्य में प्रगति क्योंकर हो ?-[मुनि कांतिसागर १२१ - वीरवाणीकी विशेषताएँ भौर संसारको उनकी अलौकिक देन -[बा० दशरथलाल कौशल १२२ । ६ रत्नकरण्ड और भाप्तमीमांसाका एक कर्तृत्व अभी तक सिद्ध नहीं ॥१६.४५ -प्रो०हीरालाल जैन एम० ए० ५४ १० आध्यात्मिक पद-[कविवर द्यानतराय ... ११ देहली धर्मपुरेका दि० जैनमन्दिर-[घा० पन्नालाल अग्रवाल १३३ १२ बच्चोंकी दर्दनाक दशा और प्राकृतिक चिकित्सा -पं० श्रेयांमकुमार जैन शास्त्री १३५ १३ आत्मविश्वास ही स० मूल है-[श्री अखिलानंद रूपराम शास्त्री १३८ १४ चित्तौड़के जैनकी तिस्तंभका निर्माणकाल और निर्माता ___ -बा० अगरचन्द नाहटा १३६ | १५ वीरसेनस्वा०के स्व०समयपर एक दृष्ट-[पं०दरबारीलाल कोठिया १४४
SR No.538008
Book TitleAnekant 1946 Book 08 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1946
Total Pages513
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size68 MB
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