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________________ २०८ अनेकान्त [वर्ष ६ श्री देवेन्द्र जैन, मंत्री जैनछात्र संघ, काशी श्री समन्दरलाल जैन मुख्तार, मुजफ्फरनगर। मैं युगबीर जीको श्राजका साहित्यिक महारथी मानता उनका जीवन समाजके लिये संरक्षणीय सम्पत्ति है। हैं। सहारनपुर इस श्रायोजन के लिये अभिनन्दनका पात्र है। मैं समारोहकी पूर्ण सफलता चाहता हूँ। श्री नन्हेमल जैन, दिल्ली श्री ज्योतिप्रसाद जैन, वकील, लखनऊमैं इस उत्सवकी सफलता अपने पूरे मनसे चाहता हूँ। श्री वीर प्रभु मुस्वतार साहबकी क्षमता, स्वास्थ्य और श्री माणिक्यचन्द्र जैन, किशनगढ़ चिरायु प्रदान करें । उत्मवके लिये शुभकामना है। श्री मुख्तार माहबकी प्रतिभा तथा धवल कीनिका श्रीमाईदयाल जैन, दिल्लीगुणगान करना ममूचे जैनममाजका परम कर्तव्य है। मेरी शुभकामनाएँ आपके प्रत्येक कार्य के साथ है। सीमामालाल जैन संगोरिया, जैन अनाथाश्रम, देहली- उत्सबकी सफलता चाहता हूँ। पूज्य पण्डितजी चिरकालतक जीवित रहें और उनकी . श्री उत्तमचन्द्र जैन, ल दनादौ (सी० पी०)सेवाप्रोसे धर्म-समाज और जिनवाणीका उपकार होता रहे। ... इस उत्सवकी सफलता पूर्ण रूपसे चाहता हूँ। हम आपके महान कार्यका हृदय से स्वागत करते हैं और वीर प्रभुसे प्रार्थना करते हैं कि वे श्री मुख्तार साहब श्री लक्ष्मीचंद्रजी जैन, गलमियानगर को स्वास्थ्य तथा चिरायु दें! मुख्तार साहब चिरजीवी हो और इसी प्रकार हमारे साहित्य तथा समाजकी सेवा करते रहें। उत्सवकी सफलता श्री रूपचन्दजी बजाज, दमोह (सी० पी०)-- धन्य है वह भूमि जिसे श्री मुख्तार साहबने अपने चाहता हूं। श्री नानकचन्द्र जैन, वी०ए० एल०एल०बी०, रोहतक कार्यक्षेत्रके लिये चुना है। मैं उत्सवकै पति शुभकामनाएँ ___उत्सव सफल हो और पं. जुगलकिशोरजी चिरायु हो। भेजता हूँ। श्री दशरथलाल जैन, दि. जैनपंचायत सिवनी श्री पुरुषोत्तममदास मुरारका, साहित्यरल, वर्धामुख्नार साहब जैनममाजके प्रकाशस्तम्भ है। उत्सवकी मैं इस पर्वपर पण्डितजीके लिये मंगल कामना सफलता चाहता हूँ और दिगम्बर जैन पंचायत कमेटीकी हूँ। तथा चाहता हूँ कि वे इसी भाँति समाज, साहित्य, ओर से तथा समस्त मध्यप्रांतकी ओर से हार्दिक श्रद्धांजलि सभ्यना तथा संस्कृतिकी भविष्य में भी सेवा करने के लिये समर्पण करता हूँ। चिरायु हो। श्री वारातीलाल जैन, लखनऊ श्री अक्षयकुमार जैन, अलीगढ़-- . पं. जुगलकिशोरजी ऐसे दो ही चार व्यक्ति हैं जिनपर पण्डितर्ज.की सेवाएँ हम युवकोंके लिये 'माईल-स्टोन' हमारे समाजको गर्व है। मेरीशुभकामनाएँ आपके साथ है। हैं। मैं उनकी दीर्घायुके लिये प्रभुसे प्रार्थना करता हूँ और श्री सेठ गुलाबचंद नाथूलालजी जैन, कोटा उत्सवकी सफलता चाहता हूँ। ___ मेरी विनम्र श्रद्धांजलि सेवामें समर्पित है । उत्सवकी श्री गुलाबचन्द्र जैन, आनरेरी मजिष्ट्रेट भेलसा-- सफलता चाहता हूँ। शुभ कामना है कि वे दीर्घकाल तक जैनधर्म, जैन श्री हजारीलालजी जैन, प्रतापगढ़ राजस्थान साहित्य एवं देशकी सेवा करते रहें। ___ शतशः अभिनन्दन । भगवान श्रापको दीर्घायु करें। श्री मित्रसैन जैन, मुजफ्फरनगरश्री नाथूराम डोंगरीय जैन, न्यायतीर्थ, इन्दौर सिटी। भगवान महावीर श्री मुख्तार साहबको स्वास्थ्य तथा समीचीन धर्म, समाज एवं साहित्यकी सेवा करनेके चिरायु प्रदान करे । और वे देर तक जैनसमाजका पथलिये श्री मुख्तार साइन चिरायु हों। शतशः अभिनन्दन, न्यायतीर्थ, या करनेके चिरा करते
SR No.538006
Book TitleAnekant 1944 Book 06 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1944
Total Pages436
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size28 MB
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