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विषय-सूची
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1. मिद्धमेन स्मरण .. २. पुरुषार्थ कविता) - [ले. श्री. मैथिलीशरण गुप्त ... ३. धवलादिश्रुन परिचय [ सम्पादकीय .. ... १. सुधार संसूचन .. १. उस दिन (कहानी)-श्री "भगवत्" ६. जैनधर्म की विशेषता ! श्री सूरजभान वकील ... ७. वीर शामनांक पर मम्मतियाँ .. म. वास्तविक महत्ता श्रीमद् राजचन्द्र .. है. ज्ञातवंशका रूपान्तर जाटवंश[ मुनि श्री का द्रसागरजी १०. द्रव्य-मन [पं. इन्दचन्द्र शास्त्री १. प्रति प्राचीन प्राकृत "पंच मग्रह" [पं० परमानन्द १२. जैन और बौद्ध निर्वाण में अन्तर [ श्री जगदाशचन्द्र एम ए. १३. एक महान साहित्य मेवीका वियोग [ सम्पादकीय ...
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अनेकान्तको फाइल
अनेकान्तके द्वितीय वर्षकी किरणों को कुछ फाइलोंकी साधारण जिल्द बंधवाली गई हैं । १२ वी किरण कम हो जानेके कारण फाइलें थोड़ी ही बन्ध सकी हैं | अतः जो बन्धु पुस्तकालय या मन्दिरों में भेंट करना चाहें या अपने पास रखना चाहें वे २॥) रु० मनिगार्डरसे भिजवा देंगे तो उन्हें सजिल्द अनेकान्तकी फाइल भिजवाई जा सकेगी।
__ जो सजन अनेकान्तके ग्राहक हैं और कोई किरण गुम हो जाने के कारण जिल्द बन्धवाने में असमर्थ हैं उन्हें १२वीं किरण छोड़कर प्रत्येक किरणके लिये चार आना और विशेषांक के लिए पाठ आना भिजवाना चाहिए सभी मादेशका पालन हो सकेगा।
-व्यवस्थापक
मशीन पर छपते हुए कितने ही फार्मों में प० २६१ पर लेखक प्रोफेसर जगदीशचन्दजीके 'प्रोफेसर' में से "प्रोफे" पर निकल गये हैं कृपया सुधार लीजियेगा।
-व्यवस्थापक