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अनेकान्त
सम्पादक - जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर '
अनेकान्त
वर्ष १२
किरण ५
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भरतके अहिंसक सन्त महामना पूज्य गणेशप्रसादजी वर्णी की ८०वीं जन्म जयन्ती गया में श्रानन्द सम्पन्न होगई । पूज्य वर्गीजीने ८० वें वर्ष में प्रवेश किया है। हमारी हार्दिक कामना है कि आप शत वर्ष जीवी हो । पूज्य वर्णीजीके महनीय जीवनसे समाजको यथेष्ट लाभ उठाना चाहिये । आपका आध्यात्मिक महत्वपूर्ण प्रवचन पेज १७३ पर पढ़िए ।
अनेकान्तके ग्राहक बनना और बनाना प्रत्येक साधर्मी माईका कर्तव्य है
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अक्टूबर सन् १६५३
१० हा और
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